अपनी 8 महीने की बेटी का शव दफन कर, उसी शाम ‘दम मारो दम’ की शूटिंग के लिए निकल पड़ी थी सरोज खान
बॉलीवुड के कलाकारों को अपने इशारों पर नचाने वाले दिग्गज कोरियोग्राफर सरोज खान ने 3 जुलाई 2020 को दुनिया को अलविदा कह दिया। सरोज खान ने अपने करियर में हर बड़े कलाकार को डांस सिखाया है। इतना ही नहीं बल्कि धक धक गर्ल माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी जैसी बड़ी अभिनेत्रियों के बेहतरीन डांस करने के पीछे सरोज खान का ही हाथ रहा। यही वजह है कि, उन्हें बॉलीवुड में ‘द मदर ऑफ कोरियोग्राफी इन इंडिया’ का टैग मिला है।
हिंदी सिनेमा में अपनी खास जगह बनाने के लिए सरोज खान को अपने करियर में बहुत संघर्षों का सामना करना पड़ा। आज हम आपको बताने जा रहे हैं सरोज खान के जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें जिन्हें बहुत ही कम लोग जानते हैं।
बता दें, सरोज खान का जन्म 22 नवंबर 1948 को मुंबई में हुआ, सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल था। भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद सरोज खान अपने परिवार के साथ पाकिस्तान से भारत आ गई थीं। सरोज खान ने मात्र 3 साल की उम्र में बतौर कलाकार फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद 50 के दशक में सरोज खान ने बैकग्राउंड डांसर के तौर पर काम करना शुरू किया। इसी दौरान सरोज खान ने 43 साल के कोरियोग्राफर बी.सोहनलाल से शादी कर ली है।
कहा जाता है कि, सरोज खान डांस की ट्रेनिंग सोहनलाल से लेती थी। इसी दौरान सोहनलाल को 13 साल की सरोज खान पर दिल आ गया और दोनों ने शादी कर ली। दोनों की उम्र में 28 साल का अंतर था या कह सकते हैं कि, इस दौरान सरोज उनकी बेटी के उम्र की थी। इतना ही नहीं बल्कि शादी से पहले ही सोहनलाल चार बच्चे के पिता थे वहीं सरोज खान इतनी छोटी थी कि, उन्हें शादी का सही से मतलब भी नहीं पता था। शादी के 1 साल बाद ही सरोज खान ने एक बेटे को जन्म दियाकी इसके बाद उन्हें एक बेटी हुई जो केवल 8 महीने के बाद ही दुनिया से चल बसी।
एक इंटरव्यू के दौरान सरोज खान ने अपनी बेटी को लेकर कहा था कि, “मेरी बेटी 8 महीने और 5 दिन की थी जब उसका निधन हुआ था। उसे दफनाने के बाद ही मैं उसी शाम को 5:00 बजे फिल्म ‘हरे राम-हरे कृष्णा’ के गाने ‘दम मारो दम’ की शूटिंग के लिए चली गई थी। इसके बाद सरोज खान ने एक और बेटी को जन्म दिया जिसका नाम उन्होंने ‘कुकु’ रखा। लेकिन इसके बाद सरोज खान और सोहनलाल का तलाक हो गया। सोहनलाल से अलग होते ही सरोज खान ने सरदार रोशन खान से शादी रचा ली जिससे उनको एक बेटी सुकैना हुई।
सरोज खान को लेकर कहा जाता है कि, उन्होंने अपने करियर में कभी भी अपने काम से छुट्टी नहीं ली। उनकी बेटी बताती है कि, जब लोग अपने काम से ब्रेक लेकर छुट्टी पर जाते हैं तो उन्हें बहुत हंसी आती थी। वह अपने काम को लेकर काफी पक्की थी और कभी छुट्टियां नहीं लेती थी।
फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’, ‘चांदनी’, ‘नगीना’, ‘तेजाब’, ‘थानेदार’ और ‘बेटा’ के गानों में बेहतरीन कोरियोग्राफी करने के बाद सरोज खान की गिनती बॉलीवुड के बड़े कोरियोग्राफर्स में होने लगी। सरोज खान को 17 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित गुरुनानक हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। इस दौरान उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई थी। लेकिन 3 जुलाई 2020 को हार्ट अटैक की वजह से सरोज खान ने दुनिया को अलविदा कह दिया। सरोज खान ने अपने करियर में करीब 3 हजार से ज्यादा गानों को कोरियोग्राफ किया है।