नहीं रहे अफगानी फुटबॉलर जाकी अनवारी की जान, देश छोड़ने के दौरान अमेरिकी विमान से गिरकर हुई मौत
अफगानिस्तान राष्ट्रीय टीम के फुटबॉलर जाकी अनवारी का निधन हो गया है। कहा जा रहा है कि, जाकी अनवारी की सोमवार को अमेरिकी एयरफोर्स के विमान बोइंग सी-17 से गिरकर मौत हुई है। जाकी की मौत की पुष्टि खेल महानिदेशालय ने की है। बता दें, जाकी अफगानिस्तान के युवा फुटबॉलर थे, उनकी मौत सोमवार 16 अगस्त को ही हो गई थी। लेकिन अब (18 अगस्त) जॉकी की मौत की घोषणा अफगान राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से की है।
गौरतलब है कि, अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होते ही लोगों में डर का माहौल है। 15 अगस्त रविवार से ही बड़ी संख्या में लोग काबुल एयरपोर्ट पर जमा है। यहां देश छोड़ने के लिए कई लोग विमान के पहियों पर भी बैठ गए थे और कुछ लोगों को विमान के ऊपर भी देखा गया था। विमान के उड़ान भरने के दौरान पहियों पर बैठे तीनों लोगों की गिर कर मौत हो गई थी। अब ऐसे में खबर आ रही है कि, इन तीनों में मरने वाले जाकी अनवारी भी शामिल थे।
बता दें, अफगानिस्तान के शारीरिक शिक्षा और खेल महानिदेशालय ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से उनके निधन की पुष्टि की थी जिसमें लिखा गया था कि, “यह बहुत दुख की बात है कि देश के राष्ट्रीय जूनियर फुटबाॅल टीम के खिलाड़ियों में से एक जाकी अनवारी की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई।”
Insane. Don’t have any other words.
The Kabul Airport.
— Ragıp Soylu (@ragipsoylu) August 16, 2021
दरअसल, बाकी लोगों की तरह जाकी भी सोमवार को काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। ताकि तालिबान के चंगुल से बच सके और अफगानिस्तान छोड़ सके। इसी कोशिश के चलते वहां अमेरिकी सैन्य विमान में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन विमान से गिरने के बाद जाकी की मौत हो गई।
वहीं अमेरिकी एयरफोर्स ने अपने बयान में बताया कि “सी-17 विमान सोमवार को काबुल हवाई अड्डे पर उतरा और इस दौरान कई अफगान नागरिकों ने उसे पूरी तरह से घेर लिया। स्थिति काफी बिगड़ चुकी थी ऐसे में चालक दल ने जल्दी से उड़ान भरने का फैसला लिया। इसी दौरान तीन लोग विमान के पहिए पर भी थे। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। जिसमें साफ नजर आ रहा था कि विमान के उड़ान भरने के बाद कुछ लोग नीचे गिर गए थे।”
बता दें, तालिबान का अफगानिस्तान पर कब्ज़ा होते ही काबुल की स्थिति काफी बिगड़ चुकी है और हर तरफ डर का माहौल है। लोग देश छोड़ने के अफरातफरी मचा रहे हैं, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही काबुल की तस्वीरों में लोगों को चेहरे पर तालिबान का डर साफ़ नजर आ रहा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी देश छोड़कर भाग गए हैं।
वहीं तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा करते ही वहां की जेल में कैद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान टीटीपी के करीब 1000 आतंकियों को जेल से रिहा कर दिया है। रिहा किए गए आतंकी तहरीक-ए-तालिबान अल कायदा और आईएसआईएस के हैं। यह कैदी अफगानिस्तान की अलग-अलग जेलों में बंद थे।