वसुंधरा राजे सिंधिया हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ, साल भर नहीं चली इनकी शादी
सिंधिया राजघराने के बारें में तो हम सभी परिचित हैं। माधवराज सिंधिया की चार बहनें हैं। जिसमें से उनकी एक बहन पद्मावती राजे का 22 साल की उम्र में निधन हो गया था। इतना ही नहीं, बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) एक प्लेन क्रैश में अपनी जान गंवा बैठे थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की चार बुआ में से एक वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वह अपने राजनीतिक करियर के साथ ही निजी जिंदगी को लेकर भी अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। बता दें कि वसुंधरा राजे को अपने ही पति से सालों तक कोर्ट में लड़ना पड़ा। तो आइए आज हम नजऱ डालते हैं माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) की बहन और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ वसुंधरा राजे की पर्सनल लाइफ से जुड़ी कुछ बातें…
गौरतलब हो कि वसुंधरा राजे सिंधिया की शादी साल 1972 में धौलपुर रियासत के महाराज हेमंत सिंह से हुई थी। हेमंत सिंह को उनकी नानी धौलपुर की महारानी मलविंदर कौर ने गोद लेकर यहां का राजा बनाया था।
इसके अलावा हेमंत सिंह के साथ वसुंधरा राजे की शादी साल भर भी नहीं चल सकी। 1973 में दोनों का तलाक हो गया। तलाक के दौरान वसुंधरा राजे प्रेग्नेंट थीं।
वहीं वसुंधरा राजे सिंधिया पति से तलाक के बाद अपने मायके ग्वालियर चली आईं। यहीं पर उन्होंने बेटे दुष्यंत को जन्म दिया और अब दुष्यंत भी राजनीति में आ चुके हैं।
1978 में दुष्यंत की नानी विजयाराजे सिंधिया ने अपने नाती की ओर से बेटी वसुंधरा राजे के पूर्व पति हेमंत सिंह पर संपत्ति में हिस्सेदारी के लिए अदालत में मामला दर्ज करा दिया।
29 साल तक कोर्ट में ये लड़ाई चली। आखिरकार 2007 में दुष्यंत सिंह और उनके पिता के बीच समझौता हुआ। इस समझौते के तहत उन्हें धौलपुर के महल समेत कई संपत्तियों का मालिकाना हक मिल गया।
इसके अलावा 2007 के बाद वसुंधरा राजे को भी धौलपुर की महारानी का खिताब वापस मिला। पिता संग समझौते में दुष्यंत ने ये भी मांग रखी थी कि उनकी मां को महारानी का दर्जा वापस किया जाए।
वहीं बता दें कि दुष्यंत का जन्म 11 सितंबर 1973 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने 11 दिसंबर 2000 को निहारिका से शादी की।