राम की नगरी अयोध्या के विकास के लिए योगी ने दिए 350 करोड़ रूपये!
हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए अयोध्या एक बहुत ही पवित्र स्थान है, क्योंकि इसे भगवान राम की नगरी कहा जाता है। यहाँ भगवान राम का प्राचीन मंदिर है, जो विवादों की वजह से टूटा पड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना पद ग्रहण करने के बाद पहली बार अयोध्या आये। उन्होंने आते ही भगवान राम की नगरी को विकास के लिए 350 की घोषणा की।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विवादित ढाँचा विध्वंस के बाद अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन करने वाले योगी दुसरे मुख्यमंत्री हैं। आज से 15 साल पहले बीजेपी के कद्दावर नेता और यूपी के सीएम राजनाथ सिंह ने 2002 में अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किये थे। 2019 चुनाव की तैयारी में बीजेपी अभी से लगी हुई है। बीजेपी आगी बार भी प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने की कोशिश में है।
अयोध्या के विकास पर भी नज़र:
बीजेपी और राज्य सरकार के लिए अयोध्या भी एक बहुत बड़े मुद्दों में से है। भारत के सभी हिन्दू यही चाहते हैं कि अयोध्या में फिर से राम मंदिर का निर्माण किया जाये। योगी के सीएम बनते ही जनता को यह यकीन हुआ था कि इस बार तो राम मंदिर का निर्माण हो ही जायेगा। बीजेपी सरकार केवल राम मंदिर मुद्दे पर ही नहीं, अयोध्या के विकास पर भी नज़र गड़ाए हुए है।
योगी ने अयोध्या को नगर निगम का दर्जा दे दिया है। इससे साफ़ पता चलता है कि वहाँ के विकास के लिए शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान योगी ने लोगों से कहा कि मुझे पता है कि आप लोग क्या जानना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या विवाद का हल अगर बातचीत से निकाला जाए तो उत्तर प्रदेश सरकार आपके साथ है। उन्होंने यह कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी यही अपील की थी।
उन्होंने आगे कहा कि लखनऊ में कई मुस्लिम संगठनों ने राम जन्म भूमि को हिन्दू समाज को सौंपने की बात की है। उनकी ये बात मुझे अच्छी लगी। जो लोग इस देश का विकास नहीं चाहते हैं, वही लोग एकता में बाधा पैदा करते हैं। इसके साथ ही योगी ने अयोध्या के विकास के लिए 350 करोड़ रूपये की घोषणा भी की। योगी बहुत पहले से ही अयोध्या के संतों से मिलते-जुलते रहे हैं।