पीवी सिंधू ने रचा इतिहास, ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली बनीं पहली भारतीय महिला
देश लौटने पर मोदी के साथ खाएंगी आइसक्रीम
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने एक बार फिर से देश का नाम रोशन किया है और ओलिंपिक में कांस्य पदक अपने नाम किया है। फाइनल मैच में जगह न बना पाने के बाद कांस्य पदक के लिए सिंधू का मैच रविवार को चीन की हे बिंगजियाओ से था। जिसे इन्होंने बेहद ही आसानी से जीत लिया। वहीं कांस्य पदक अपने नाम करने के साथ ही ये ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली देश की दूसरी खिलाड़ी बन गई।
पीएम ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद शटलर पीवी सिंधू से फोन पर बात की और उन्हें ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी। ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘वेल प्लेड पीवी सिंधू! पीएम नरेंद्र मोदी ने पीवी सिंधू से बात की और टोक्यो 2020 में कांस्य जीतने पर उन्हें बधाई दी।’
We are all elated by the stellar performance by @Pvsindhu1. Congratulations to her on winning the Bronze at @Tokyo2020. She is India’s pride and one of our most outstanding Olympians. #Tokyo2020 pic.twitter.com/O8Ay3JWT7q
— Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2021
सिंधू की जीत पर पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन अपर्णा पोपट ने कहा कि उनकी लंबाई अच्छी है और वो इसका फायदा उठाते हुए अच्छे स्मैश मारती हैं। वो छह फुट की हैं और शारीरिक तौर भी काफी मजबूत हैं। उनके साथ अच्छे कोच गोपीचंद भी रहे जिसका फायदा उन्हें मिला लेकिन उनके खेलने का तरीका काफी अच्छा है।
वहीं अपनी बेटी की जीत पर सिंधू के माता-पिता ने पत्रकारों से बात की और कहा कि हमें सिंधू पर गर्व है। बेटी के कांस्य पदक जीतने पर पिता पीवी रमना ने भारत सरकार, बैडमिंटन महासंघ सहित सभी का धन्यवाद किया। पीवी रमना ने कहा कि मैं सिंधू के पदक जीतने की वजह से काफी खुश हूं। आमतौर पर जब आप तीसरे या फिर चौथे नंबर के लिए खेल रहे होते हैं। तो काफी कष्टदायक होता है। इस वजह से मैंने शनिवार को उससे बात करके उसका उत्साह बढ़ाया। सिंधू से बात करके मैंने कहा था कि तुमने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। उसने अच्छी वापसी की और पदक जीता। वह कोर्ट में ओवरआल काफी आक्रामक होकर खेली।
जरूर खलेगी अगला ओलिंपिक
सिंधू के पिता ने आगे कहा कि ओलिंपिक कोई छोटा टूर्नामेंट नहीं है। फिर चाहे वो स्वर्ण, रजत या फिर कांस्य पदक ही क्यों ना हो। मुझे पूरा विश्वास है कि सिंधू अगला ओलिंपिक भी खेलेगी। मैं खुश हूं कि वो पहली भारतीय महिला हैं, जिसने दो ओलिंपिक पदक जीते हैं।वहीं सिंधू की मां ने कहा कि हम उसके कांस्य पदक जीतने को लेकर काफी खुश हैं। वैसे तो हम स्वर्ण पदक चाहते थे। लेकिन ओलिंपिक में पदक जीतना उसके बराबर ही है। पदक तो पदक ही होता है।
आपको बता दें कि पीवी सिंधू का ओलिंपिक में ये दूसरा मेडल है। इससे पहले इन्होंने साल 2016 में हुए ओलिंपिक में सिल्वर पदक जीता था। भारत के लिए बैडमिंटन में दो पदक जीतने वाली ये एकमात्र महिला खिलाड़ी बन गई है। यही नहीं भारत के लिए किसी भी खेल में दो पदक जीतने वाली भी ये पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई हैं।
मोदी के साथ खाएंगी आइसक्रीम
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने टोक्यो रवाना होने से पहले सभी एथलीटों के साथ बातचीत की थी। इस दौरान मोदी ने सिंधू से कहा था कि आपको अपनी तैयारियों के लिए आइसक्रीम तक भी छोड़नी पड़ी थी। आप टोक्यो से पदक जीतकर लाइए और फिर हम एकसाथ आइसक्रीम खाएंगे।