शिवपुराण के अनुसार इन 7 पापों को माफ नहीं करते महाकाल, देते हैं कठोर दंड
शिवपुराण में कुछ ऐसे पापों का जिक्र किया गया है। जिन्हें करने वाले लोगों को महाकाल द्वारा सजा दी जाती हैं। शिवपुराण में बताए गए इन 7 पापों को करने से व्यक्ति का जीवन नरक के समान हो जाता है और उसे पूरी जिदंगी केवल दुख ही देखने को मिलते हैं। इसलिए आप भूलकर भी शिवपुराण में बताए गए इन पापों को न करें। वरना आपको महाकाल द्वारा दंड दिया जाएगा।
1.बुरी सोच वाले
जिन लोगों की सोच बुरी होती है। उन लोगों को महाकाल जरूर सजा देते हैं। इसलिए अपनी सोच को सही रखें और किसी को हानि न पहुंचाएं। शिवपुराण में साफ लिखा गया है कि जो लोग बुरी सोच रखते हैं, वो भी पाप के भाग्यदारी होते हैं। ऐसे लोग भी सजा के पात्र होते हैं। इन लोगों को महाकाल की ओर से दंड जरूर दिया जाता है।
2.पैसों की धोखेबाजी
जो लोग पैसों की धोखेबाजी करते हैं ओरों से धन-संपत्ति लूटते हैं। उन लोगों को भी महाकाल द्वारा सजा दी जाती है। इसलिए आप अपने जीवन में ये गलती न करें और कभी भी किसी के साथ धोखेबाजी न करें। पैसों की धोखेबाजी करना भी पाप के समान माना गया है और इसकी सजा भी महाकाल जरूर देते हैं।
3.कष्ट देना
जीवन में कभी भी किसी को कष्ट न दें। जो लोग जानबूझकर लोगों को कष्ट पहुंचाने का काम करते हैं। उन लोगों को भी महाकाल माफ नहीं करते हैं। इस पाप के लिए भी उन्हें सजा दी जाती है। इसलिए ये गलती आप करने से बचें।
4.गर्भवती महिला का अपमान करना
गर्भवती महिला का अपमान करना व उनके साथ गलत व्यवहार करना भी पाप की श्रेणी में आता है। ऐसे लोगों को नर्क में जगह मिलती है। जबकि जीवन भर ये दुखों से घिरे रहते हैं। जीवन में एक पल भी इन्हें सुख नहीं मिलती है। इसलिए कभी भी गर्भवती महिला से गलत शब्दों का प्रयोग न करें और उसे किसी भी प्रकार का कष्ट देने से भी बचें। गर्भवती महिला को कष्ट देने से उसके बच्चे पर असर पड़ता है। ऐसे में महाकाल दंड जरूर देते हैं।
5.झूठ बोलना व अफवाह फैलाना
जो लोग झूठ बोलते हैं और गलत अफवाह फैलाते हैं। उन लोगों को भी महाकाल की ओर से सजा दी जाती है। शिवपुराण के अनुसार झूठ बोलना व अफवाह फैलाना छल की श्रेणी में आता है। जो लोग अन्य लोगों को बदमान करने के लिए अफवाह फैलाते हैं और झूठ बोलते हैं उन्हें महाकाल से कोई नहीं बचा सकता है। ऐसे लोगों को उनके पाप का दंड इसी जीवन में भुगतना पड़ता है।
6.शादी तुड़वाना
शास्त्रों में शादी को पवित्र बंधन माना गया है और जो लोग इस बंधन को तुड़वाने की कोशिश करते हैं, वो भी पाप के भागी होते हैं। शादी तुड़वाने वाले लोगों को महाकाल की ओर से सजा दी जाती है और जीवन कष्टों से भर जाता है। किसी व्यक्ति का गृहस्थ जीवन आप बर्बाद करने की कोशिश न करें और पति-पत्नी के रिश्ते के बीच में न आए।
7. धर्म के विरुद्ध बोलना
धर्म के खिलाफ बोलने वाले लोग भी दंड के पात्र होते हैं और ऐसे लोगों को भी महाकाल जरूर सजा देते हैं। इसलिए किसी भी धर्म के बारे में कुछ भी गलत बोलने से आप बचें।