प्रेमी कहता था ‘इक घर बनाऊंगा, तेरे घर के सामने’ फिर GF के घर के सामने ही जल गई चीता
प्यार की परिभाषा हर किसी के लिए अलग होती है। जब इंसान प्यार में होता है तो सामाज, रिश्ते और दुनियादारी जैसी चीजें भूल जाता है। वह बस अपने प्रेमी की यादों में ही खोया रहता है। उसके साथ पूरा जीवन हंसी खुशी बिताने के सपने देखता है। शादी और फिर बच्चे जैसी चीजों के बारे में सोचने लगता है। 22 साल के सौरभ कुमार ने भी ऐसा ही एक सपना देखा था। यूपी के रेपुरा रामपुर शाह गांवमें रहने वाले सौरभ को कांटी थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव में रहने वाली एक लड़की से इश्क हो गया था। वह अपनी प्रेमिका से बहुत प्यार करता था। उसके संग साथ जीने और साथ मरने की कसमें खाता था।
सौरभ अपनी प्रेमिका से अक्सर कहता था कि वह उसके घर के आगे अपना घर बनाए, अपनी प्यार भारी दुनिया बसाएगा, लेकिन विधि का विधान देखिए आज उसी प्रेमिका के घर के आगे उसकी चीता चल गई। और यह प्रेमिका उसे एक बार झांकने तक नहीं आई। यह अनोखी प्रेम कहानी अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। जब आप इस लव स्टोरी को सुनेंगे तो आप भी दंग रह जाएंगे।
दरअसल रेपुरा रामपुर शाह गांव के रहने वाले मनीष कुमार ठाकुर के 22 साल के बेटे सौरभ कुमार का कांटी थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव में रहने वाली अपनी प्रेमिका से लव अफेयर चल रहा था। वह शुक्रवार रात को अपनी प्रेमिका से चोरी छिपे मिलने उसके घर गया था। हालांकि लड़की के घरवालों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। अब इसके पहले की सौरभ वहाँ से भाग पाता युवती के परिजनों ने उसे जानवरों की तरह पीटना शुरू कर दिया। लात घूंसों के साथ लोहे की छड़ भी सौरभ के ऊपर बरसाई गई। जल्द ही वह अचेत हो गया। लेकिन लड़की की परिजनों का इससे भी मन नहीं भरा और उन्होंने सौरभ का प्राइवेट पार्ट काट दिया। हालांकि इस बात की पुष्टि होना अभी बाकी है।
सौरभ को मार मारकर अचेत करने के बाद लड़की के घरवाले उसे मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल ले गए। यहाँ उन्होंने सौरभ के परिजनों को सूचना दी और वहाँ से भाग गए। जब सौरभ के घरवाले अस्पताल आए तब तक वह दम तोड़ चुका था। डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद जब शव रेपुरा रामपुर शाह आया तो लोगों का गुस्सा टूट पड़ा। उन्होंने मुजफ्फरपुर-देवरिया मार्ग जाम कर दिया। इसके बाद सौरभ के शव को लेकर लोग उसकी प्रेमका के घर जा पहुंचे। उन्होंने उसकी प्रेमिका के घर के सामने ही सौरभ की चीता सजाई।
इस दौरान पुलिस ने विधि व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक भी, लेकिन लोग नहीं माने और वहीं सौरभ का अंतिम संस्कार करने के लिए अड़े रहे। इस दौरान कांटी के साथ साथ आसपास के लगभग 6 थानों की पुलिस वहाँ आकार तैनात हुई। फिर सौरभ की चीता जलाई गई। यह नजारा प्रेमिका के गांव के लोगों ने भी देखा। हालांकि लोगों का बस यही कहना था कि जिस प्रेमिका के लिए सौरभ ने अपनी जान गवाई वह उसकी चित को झाँकने एक बार भी बाहर नहीं आई।