अफगान उपराष्ट्रपति शेयर किया पाकिस्तान के आत्मसमपर्ण का फोटो, कहा- ऐसा हमारे साथ नहीं हुआ
अफगान उपराष्ट्रपति ने तस्वीर शेयर कर पाक को दिखाई उसकी औकात, भारत से मिली हार पर कसा तंज
अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने एक ट्वीट कर पाकिस्तान पर तंज कसा है और उसे भारत के साथ हुए युद्ध की याद दिलाई है। ट्वीट करते हुए उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने एक तस्वीर भी साझा की है। जो कि उस समय खींची गई थी जब पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय फौज के सामने सरेंडर किया जा रहा था। तस्वीर शेयर कर इन्होंने लिखा है कि ‘हमारे इतिहास में कभी भी ऐसी तस्वीर नहीं है’।
दरअसल अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से तालिबान ने इस देश के कई हिस्सों पर कब्ज कर लिया है और पाकिस्तान शुरू से ही तालिबान का समर्थन कर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान को उसकी औकात दिखाने के लिए अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ये ट्वीट किया है।
क्या लिखा है ट्वीट में
उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह की ओर से ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि ‘हमारे इतिहास में कभी ऐसी तस्वीर नहीं है और ना कभी होगी। हां, कल कुछ पल के लिए उस वक्त मैं हिल गया था। जब हमारे ऊपर से गुजरते हुए रॉकेट कुछ मीटर की दूरी पर गिरा था। पाकिस्तान के प्रिय ट्विटर हमलावरों, तालिबान और आतंकवाद आपके उस घाव पर मरहम नहीं लगाएगा, जो घाव आपको इस तस्वीर से मिले होंगे। कोई और रास्ता तलाशिए’।
We don’t have such a picture in our history and won’t ever have. Yes, yesterday I flinched for a friction of a second as a rocket flew above & landed few meters away. Dear Pak twitter attackers, Talibn & terrorism won’t heal the trauma of this picture. Find other ways. pic.twitter.com/lwm6UyVpoh
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) July 21, 2021
अपने इस ट्वीट में इन्होंने साफ लिखा है कि पाकिस्तान तालिबान और आंतकवाद को बढ़ाना दे रहा है और इनकी मदद कर रहा है। वहीं इस ट्वीट के साथ जो फोटो इन्होंने शेयर की है वो साल 1971 की जंग की है। इस जंग में पाकिस्तान को भारत के हाथों हार मिली थी। भारतीय सेना ने उस वक्त पाकिस्तान के 80 हजार से ज्यादा सैनिकों को पकड़ा लिया था। जिसके बाद पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने भारतीय सेना प्रमुख के सामने सरेंडर के कागजात पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसके सैनिक वापस कर दिए थे। हार से जुड़ी ये तस्वीर शेयर कर अफगानी उपराष्ट्रपति ने पाकिस्तान के पुराने जख्म हरे करने की कोशिश की है।
बिगड़ रहे हैं अफगानिस्तान के हालात
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से तालिबान बेकाबू हो गया है और इसने देश के अधिकांश हिस्सों पर कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान का आरोप है कि पाकिस्तान तालिबान की मदद कर रहा है। ताकि अफगानिस्तान सरकार कमजोर पड़ सके। हाल ही में तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति आवास पर तीन रॉकेट भी दागे थे। जिसमें काफी नुकसान राष्ट्रपति आवास को पहुंचा था। अफगानिस्तान का आरोप है कि इस हमले के पीछ पाकिस्तान का भी हाथ था।