हिमाचल का पहला स्टूडेंट जिसके 12वीं में 500 में से 500 अंक आए, पेरेंट्स ने बताया सफलता का राज
हिमाचल में आज तक जो किसी ने नहीं किया, वो 12th के इस छात्र ने कर दिखाया, पूरे प्रदेश को है गर्व
परीक्षा में अच्छे अंकों से पास होना कई स्टूडेंट्स का सपना होता है। आज के जमाने में स्टूडेंट्स को ज्यादा से ज्यादा अंक लाने की भूख सवार होती है। वे इसके लिए दिन रात मेहनत भी करते हैं। एक जमाना था जब स्टूडेंट्स और माता पिता 70% के आसपास अंक आने पर भी खुशी से फुले नहीं समाते थे। लेकिन अब 90% से ऊपर अंक आए तो भी उन्हें संतुष्टि नहीं होती है। वे 100 फीसदी अंक के जितना हो सके करीब जाना चाहते हैं। हालांकि फीसदी अंक हासिल करना इतना भी आसान नहीं होता है। सिर्फ गिने चुने कुछ खास स्टूडेंट्स ही ये कारनामा कर पाते हैं।
बीते दिनों हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन ने12वीं परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया। ऐसे में स्टूडेंट्स 12वीं का परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। इस बार हिमाचल प्रदेश के 1,00,799 छात्रों में से 92.7% 12वीं की एग्जाम में पास हुए हैं। इस बीच कुल्लू जिले का एक छात्र ऐसा भी है जिसने 100 फीसदी अंक हासिल कर इतिहास रच दिया। ऐसे में पुष्पेंद्र 12वीं क्लास का अब तक का इकलौता ऐसा छात्र बन गया है जिसने 100 फीसदी अंक यानि में 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं।
कुल्लू के निजी स्कूल एंबीशन सीनियर सेकेंडरी स्कूल का स्टूडेंट पुष्पेंद्र ठाकुर अपनी इस उपलब्धि पर बहुत खुश है। वहीं पुष्पेंद्र के माता पिता भी अपने बेटे की इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है। पुष्पेंद्र के पिता का नाम नेक सिंह है जबकि मां का नाम गीता देवी है। ये दोनों टीचर हैं। इनका घर कुल्लू जिले के बंजार के चकुरठा गांव में हैं। पुष्पेंद्र की सफलता पर वे कहते हैं कि बेटे ने दिन रात मेहनत की है। यही उसी का नतीजा है कि उसने इतने अच्छे अंकों से परीक्षा पास की है। हम उसकी इस सफलता से बहुत खुश हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी बच्चे ने हिमाचल में 12वीं की परीक्षा में 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं। इसके पहले दसवीं कक्षा में भी बहुत से स्टूडेंट्स ने 100 फीसदी अंक जरूर प्राप्त किए थे, लेकिन 12वीं कक्षा में अभी तक कोई भी छात्र ऐसा नहीं कर सका था। ऐसे में पुष्पेंद्र ने 100 में से 100 फीसदी अंक लाकर नया इतिहास रच दिया। अब पूरे हिमाचल प्रदेश को उस पर गर्व है।
पुष्पेंद्र को यह मुकाम हासिल करता देख हिमाचल के बाकी स्टूडेंट्स भी ऐसी सफलता पाने के सपने देख रहे हैं। सभी के दिमाग में यही चल रहा है कि आखिर पुष्पेंद्र ने ऐसी कैसी पढ़ाई की जो उसके 100 में से 100 फीसदी अंक आ गए। अब इस सवाल का जवाब तो खुद पुष्पेंद्र ही बता सकता है। लेकिन यदि आप किसी भी टॉपर से इसका राज पूछो तो हर कोई आपको कड़ी मेहनत, लगन, फोकस, रटने की बजाय समझना जैसी चीजों पर जोर देने का कहेगा।
पुष्पेंद्र की इस सफलता को आप किस तरह देखते हैं हमे कमेन्ट सेक्शन में जरूर बताएं। साथ ही ये खबर पसंद आई हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि दूसरे बच्चे भी इससे मोटिवेट हो सके।