कोर्ट में दिलीप कुमार ने क़बूल किया था कि उन्हें मधुबाला से है प्रेम। लेकिन इस वज़ह से अधूरी रही कहानी
इस वज़ह से मधुबाला और दिलीप कुमार नहीं हो पाए थे एक। जानिए क्या रही थी वज़ह...,
बीते दिनों ‘ट्रेजेडी किंग’ के नाम से मशहूर दिलीप साहब उर्फ़ यूसुफ़ खान का निधन हो गया। लेकिन उनके क़िस्से लोगों के दिलोदिमाग पर हमेशा बनें रहेंगे। सदाबहार अभिनेता और फिल्म इंडस्ट्री के लेजेंड्री अभिनेता दिलीप कुमार पर्दे पर जितने दिलचस्प और रंगीन मिज़ाज थे। कहीं न कहीं उतनी ही दिलचस्प उनकी पर्दे के पीछे की जिंदगी भी रही। उन्होंने ताउम्र सायरा बानो से मोहब्बत की और उनके साथ रहें। सायरा बानो ने भी साए की तरह हमेशा दिलीप साहब का साथ दिया। हाँ बशर्तें की एक दौर ऐसा भी आया।
जब दिलीप कुमार ने आसमां नामक पाकिस्तानी लड़की से दूसरी शादी की, लेकिन यह शादी जल्द ही टूट गई। दिलीप कुमार से जुड़ी कहानी यहीं नहीं रुकी। इसके अलावा भी कई अभिनेत्रियों से दिलीप कुमार का नाम जुड़ा। जिसमें एक नाम मधुबाला का है। आइए जानते है, मधुबाला और दिलीप साहब की अधूरी मोहब्बत के बारें में…
बता दें कि सायरा से पहले दिलीप की जिंदगी में मधुबाला ने दस्तक दी थी, दोनों का प्यार फिल्म ‘तराना’ के सेट से परवान चढ़ा था। ऐसा कहते है कि साल 1951 में फिल्म ‘तराना’ की शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार और मधुबाला एक दूसरे के करीब आए थे। वहीं जब दोनों की लव स्टोरी की शुरुआत हुई उस दौरान मधुबाला महज़ 18 साल की थीं और दिलीप कुमार 29 साल के थे। ‘तराना’ के बाद दोनों एक दूसरे की मोहब्बत में डूब गए, सात साल तक दोनों रिलेशनशिप में रहे। लेकिन मधुबाला के पिता ‘अताउल्ला ख़ान’ को दिलीप कुमार से उनका रिश्ता पसंद नहीं था इसलिए दोनों की प्रेम कहानी का अंत हो गया, लेकिन इन दोनों की प्रेम कहानी इतने सहज तरीक़े से भी नहीं ख़त्म हुई। जितनी आसानी से लोगों की प्रेम कहानी ख़त्म हो जाती है।
‘मुगल-ए-आजम’ में हो गए अजनबी…
बता दें कि हिंदी सिनेमा की आइकॉनिक फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार और सायरा बानो एक दूसरे के और करीब आ गए, लेकिन इतने सालों तक चली फिल्म की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच कुछ गलतफहमियां हो गईं और उनका रिश्ता खत्म हो गया। दरअसल, इस दौरान दिलीप कुमार और मधुबाला, बी आर चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ की भी शूटिंग कर रहे थे। इस फिल्म के एक शेड्यूल को मध्यप्रदेश में भी शूट किया जाना था, लेकिन मधुबाला के पिता अताउल्लाह इस बात के खिलाफ थे। उन्हें डर था कि आउटडोर शूटिंग के दौरान दिलीप और मधुबाला और करीब आ जाएंगे। जिसकी वज़ह से मधुबाला ने पिता के कहने पर आउटडोर शूटिंग के लिए मना कर दिया।
कोर्ट में दिलीप की गवाही की वज़ह से बढ़ गई दूरियां…
मधुबाला के मना करने के बाद बी.आर चोपड़ा ने फिल्म में उन्हें रिप्लेस करने का मन बना लिया। वह मधुबाला की जगह फिल्म में वैजयंती माला को लेना चाह रहे थे। जब ये बात मधुबाला के पिता को पता चली, तो उन्होंने चोपड़ा को कोर्ट में जाने की धमकी दे डाली।
अताउल्लाह कोर्ट जाते इससे पहले चोपड़ा ही मामले को अदालत में ले गए। चोपड़ा ने मधुबाला पर कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने का आरोप लगाया। इस केस के सिलसिले में ‘नया दौर’ के हीरो दिलीप कुमार को भी गवाही के लिए कोर्ट में बुलाया गया। कहा जाता है कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान दिलीप कुमार ने साफ कहा था कि वो मधुबाला से प्यार करते हैं और करते रहेंगे। लेकिन दिलीप साहब ने बी.आर.चोपड़ा के पक्ष में गवाही दी और यहीं से दोनों के बीच दूरियां आ गईं।
धीरे-धीरे ख़त्म हो गया दोनों में प्यार…
इस केस के बाद भी दिलीप कुमार और मधुबाला ने ‘मुगल-ए-आजम’ तो की, लेकिन तब तक दोनों का रिश्ता इतना खराब हो चुका था कि दिलीप कुमार मधुबाला से बात तक नहीं करना चाहते थे। दोनों अनारकली और सलीम का किरदार निभा रहे थे पर दोनों के बीच मोहब्बत जा रही थी। एक जगह दिलीप साहब अपनी बायोग्राफी में लिखते हैं कि, ”मुग़ले-आज़म के प्रोडक्शन के दौरान ही हमारी बातचीत बंद हो गयी थी। फ़िल्म के उस क्लासिक दृश्य, जिसमें हमारे होठों के बीच पंख आ जाता है, के फ़िल्मांकन के समय हमारी बोलचाल पूरी तरह बंद हो चुकी थी।” इस फिल्म के बाद दिलीप कुमार और मधुबाला अलग हो गए। मधुबाला ने किशोर कुमार से शादी कर ली और दिलीप साहब ने सायरा बानो से।
इन अभिनेत्रियों से भी रहा दिलीप साहब का लगाव…
बता दें कि सायरा बानो, मधुबाला और आसमां के अलावा दिलीप कुमार का नाम कामिनी कौशल, वैजयंती माला के साथ भी जुड़ा। लेकिन अंतिम सांस तक किसी ने ट्रेजेडी किंग का साथ दिया तो वह सायरा बानो ही थी। जिनके साथ दिलीप साहब की शादी 1966 में हुई थी।