प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिवंगत कांग्रेसी नेता अहमद पटेल के दामाद, बॉलीवुड अभिनेता डीनो मोरिया और संजय खान तथा डीजे अकील की संपत्ति कुर्क कर दी है. मामले में शुक्रवार को ईडी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला गुजरात स्थित दवा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक समूह और उसके फरार मुख्य प्रवर्तक बंधुओं नितिन संदेसरा और चेतन संदेसरा से रिलेटेड है. ईडी ने कहा है कि, यह मामला नीरव मोदी और मेहुल चौकसी द्वारा पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से की गई धोखाधड़ी से भी बड़ा मामला है.
इस मामले में धोखाधड़ी की रकम 16000 करोड़ रुपये के करीब बताई जा रही है. मामले में ईडी ने कहा कि आंध्रा बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह के साथ धोखाधड़ी की इस घटना हो अंजाम दिया गया है. ज्ञात होकि पीएनबी से हुई धोखाधड़ी 13,400 करोड़ रुपये के आस-पास थी. वही ईडी के मुताबिक प्रिवेंशन आफ मनी लांडरिंग एक्ट के तहत चार लोगों की संपत्ति कुर्क करने के चार अलग शुरुआती आदेश जारी के दिए गए है. इस सम्पति की कीमत लगभग 8.79 करोड़ बताई जा रही है.
इस मामले में जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक खान की कुर्क की जाने वाली संपत्ति तीन करोड़ रुपये मूल्य की है. वहीं अभिनेता डीनो मोरिया की संपत्ति 1.4 करोड़ रुपये की है और डीजे अकील के नाम से लोकप्रिय अकील अब्दुलखलील बचूअली की संपत्ति 1.98 करोड़ रुपये बताई गई है. वहीं पटेल के दामाद इरफान अहमद सिद्दिकी की संपत्ति 2.41 करोड़ रुपये की है. इस जब्त संपत्ति में तीन वाहन, कई बैंक खाते, शेयर और म्यूचुअल फंड आदि शामिल है.
इस मामले में जांच एजेंसी पहले भी सिद्दिकी, मोरिया (45) और अकील (44) से पूछताछ कर चुकी है. इसके साथ ही ईडी ने संदेसरा परिवार के कर्मचारी सुनील यादव का बयान भी लिया था, जहां उसने एजेंसी को जानकारी दी थी कि सिद्दिकी का दिल्ली के वसंत विहार में एक घर पर कब्जा है जो कथित तौर पर चेतन संदेसरा का बताया जाता है. एजेंसी ने उस समय अपने बयान में कहा था कि, मोरिया और अकील को गुजरात स्थित दवा समूह द्वारा 2011-12 में कथित तौर पर अवैध रूप से कुछ रकम दी गई थी. इस दौरान वह संदेसरा भाइयों द्वारा आयोजित एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
बता दें कि अकील एक लोकप्रिय डीजे (डिस्क जॉकी) हैं. अकील का विवाह अभिनेता और निर्देशक संजय खान (80) की सबसे बड़ी बेटी से हुआ था. वहीं डीनो मोरिया मॉडल हैं और कई हिंदी फिल्मों में भी अभिनय कर चुके है. वहीं कांग्रेस के पूर्व दिवंगत नेता अहमद पटेल और उनके बेटे फैसल से भी ईडी ने पिछले साल जुलाई में इस मामले में इन्क्वारी की थी. इस मामले में चौथे दौर की पूछताछ के बाद पटेल ने संवादाता मीटिंग में कहा था कि, ईडी की कार्रवाई मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना और उत्पीड़न के कारण हो रही है. मुझे नहीं पता कि ये जांचकर्ता किसके दबाव में आकर काम कर रहे है. ज्ञात हो कि अहमद पटेल का निधन पिछले साल 25 नवंबर को कोविड-19 के कारण हो गया था. उनकी उम्र 71 वर्ष थी.