एक ऐसा देश जहां खुलेआम चलती है बच्चा पैदा करने की फैक्ट्री, 40 लाख रुपए दीजिए और बच्चें ले जाइए
इस देश में पैसे की लालच में महिलाओं को बना दिया गया है बच्चा पैदा करने की मशीन, बहुत दयनीय स्थिति है यहां की महिलाओं की...
हर शादीशुदा महिला यह चाहती है कि उसे मातृत्व सुख मिलें। ऐसे में मां बनना हर औरत की ज़िंदगी का वो ख़ास पल होता है, जब वो एक नन्हीं सी जान से भावनात्मक तौर पर जुड़ जाती है। मां का अपने नन्हें से बच्चे के प्रति यह प्रेम दुनिया में बाक़ी सभी खुशियों से लाख गुना ज़्यादा बेहतर होता है। ऐसे में अगर किसी मां ने बच्चे को जन्म दिया और उसके तदुपरांत ही कोई और बच्चे को लेकर चला जाएं तो मां के दिल की क्या हालत होगी? यह सहज अनुभूति आप कर सकते हैं। ये बात सोचने में ही हमारा दिल पसीज जाता है न! तो सोचिए फिर उस मां पर क्या बीतती होगी? जिसके दुधमुंहे बच्चे को उससे अलग कर दिया जाता है।
अब आप सभी सोच में पड़ गए होंगे कि आख़िर हम ऐसी बात क्यों कर रहें? और भला क्यों किसी बच्चे को उसकी मां से पैदा होने के बाद कोई अलग कर देगा? तो चलिए हम आपको पूरी कहानी बताते है। जी हां आप सभी को बता दें कि दुनिया में एक देश यूक्रेन (Ukraine) ऐसा है, जहां सरोगेसी लीगल(Surrogacy is Legal) ही नहीं है बल्कि ये एक धंधे की तरह चलाई जाती है। ऐसे में यहां बच्चें पैदा करने वाली मांओं के अंदर की संवेदना खत्म कर उन्हें फैक्ट्री (Baby Factory) बना दिया जाता है।
बता दें कि रूस के पास बसा हुआ देश यूक्रेन (Ukraine) अपनी खूबसूरती के लिए काफी मशहूर है, लेकिन इस देश में कुछ ऐसी बदसूरत तस्वीर भी है, जिसे सुनना भी मुश्किल हो जाता है। यहां बच्चों को पैदा कराने की फैक्ट्रियां (Hellish Baby Factory) चलाई जाती हैं। जहां कोई भी शख्स महज 40 से 42 लाख में एक बच्चे का सौदा करके चला जाता है। ये सब कुछ इतना पेशेवर ढंग से होता है कि न तो इसे पैदा करने वाली मां के बारे में कोई कुछ सोचता है न ही उसके 9 महीने के संघर्ष के बारे में।
ऐसे में जब भारत, नेपाल, बांग्लादेश समेत कई देशों में सरोगेसी को लेकर सख्ती है। तो फिर यूक्रेन में इसका लीगल (Surrogacy is Legal in Ukraine) होना उन कपल्स के लिए सीधा रास्ता है, जिनके बच्चे नहीं हो पा रहे। खास तौर ब्रिटिश कपल (British Couple) यूक्रेन में चलने वाली बच्चा फैक्ट्रियों से बच्चे लेकर आते हैं। डेली मेल (Daily Mail) की एक रिपोर्ट के मुताबिक बियांका (Bianca) और विनी स्मिथ (Vinny Smith) तनाम के एक कपल ने खुद सरोगेसी और बच्चा फैक्ट्री की दिल दहला देने वाली सच्चाई बताई। उन्होंने इस सर्विस का इस्तेमाल अपने दो जुड़वां बेटों के लिए किया था।
इस कपल के अनुसार यूक्रेन की महिलाओं को बच्चा फैक्ट्री कहकर बुलाएं तो यह कोई अतिश्योक्ति नहीं। इस कपल ने डेलीमेल को बताया कि यूं तो ब्रिटेन में भी सरोगेसी की इजाज़त है लेकिन यूक्रेन अकेला वो देश है। जहां इसे धंधे के रूप में चलाया जाता है। यूक्रेन में तमाम कंपनियां संगठित तौर पर ये बिजनेस चलाती हैं। इसके लिए प्रमोशनल वीडियो और ईवेंट तक चलाए जाते हैं, जिसमें बच्चों के साथ खुश कपल्स को देखकर लोग आकर्षित होते हैं। कपल का यह भी कहना है कि भले ही वीडियो सरोगेट्स की हालत अच्छी दिखाई जाती है, लेकिन असल में उन्हें किसी जानवर की तरह ट्रीट किया जाता है।
बियांका और विनी ने आगे बताया कि उन्हें भी उनकी सरोगेट को लेकर गलत जानकारी दी गई थी। उनसे कहा गया कि उसे साफ-सुथरा और अच्छे माहौल में रखा जा रहा है। वो इस काम के लिए ट्रेंड है। हालांकि जब वे बच्चे की डिलीवरी के लिए पहुंचे तब उन्हें पता चला कि महिलाओं को डिलीवरी से पहले बेहद खराब परिस्थितियों में रखा जाता है। उन्हें न तो उनके घरवालों से बात करने की इजाज़त होती है, न ही गर्मी में एसी की सुविधा मिलती है। उन्हें काफी गंदगी में रखा जाता है। इस काम के लिए उनको साल के 10 लाख रुपये मिलते हैं। फिर भी जिस तरह का मानसिक और शारीरिक दर्द वे झेलती हैं, उसके आगे ये कुछ भी नहीं है।