एक ऐसा मर्डर मिस्ट्री। हत्या का आरोप 60 लोगों से अधिक ने क़बूला, लेकिन हाथ नही लगा असली क़ातिल
कहानी एक रहस्यमयी मर्डर की। जिसके क़ातिल के बारे में आजतक नहीं चल है कोई पता। मर्डर को लेकर लिखी जा चुकी हैं कई किताबें...
किसी की हत्या कर देना कोई आज की नई बात नहीं। मर्डर पहले भी देश-दुनिया में होते थे और आज भी हो रहें है, लेकिन दुनिया में हत्या से जुड़ें कई ऐसे मामले भी हैं। जिनका आज़तक खुलासा नहीं हो पाया। ऐसे ही एक हत्या अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी की थी। उन्हें भी गोलियों से छलनी कर दिया गया था, लेकिन आज तक उनकी हत्या क्यों की गई? इसका खुलासा नहीं हो पाया। आज हम अमेरिका के राष्ट्रपति की हत्या की चर्चा नहीं करने जा रहें। हां लेकिन जिस हत्या की बात हम करने वाले वह भी अमेरिका से ही जुड़ी हुई है। इस हत्या (Murder) से जुड़ी कई दिलचस्प बातें भी है।
जी हाँ इस हत्या को करने का ज़ुर्म 60 लोग क़बूल चुके है अभी तक, लेकिन दुर्भाग्य है कि इसके वास्तविक मुजरिम तक आज़तक नहीं पहुँचा जा सका है। ऐसे में आप सभी सोच रहें होंगे आख़िर किसकी हत्या की बात हो रही? तो चलिए बताते हैं हम। बता दें कि यह अमेरिका का एक ऐसा मामला है, जिसे “ब्लैक दाहिला मर्डर केस” के नाम से जाना जाता है।
साल 1947 में हुई इस हत्या ने उस समय पूरे अमेरिका में खलबली मचा दी थी। इस मामले को लॉस एंजिलिस के सबसे पुराने अनसुलझे मर्डर केसों में से एक माना जाता है, क्योंकि हत्या लॉस एंजिलिस में ही हुई थी।
बता दें कि अमेरिका के बोस्टन की रहने वाली एलिजाबेथ शॉर्ट को “ब्लैक दाहिला” नाम से जाना जाता था। वह नौ जनवरी 1947 को अचानक गायब हो गई थीं, जिसके छह दिन बाद यानी 15 जनवरी को उनकी लाश मिली थी। इसमें हैरानी की बात ये थी कि उनकी लाश कमर से आधी कटी हुई थी, साथ ही शरीर के कई अंगों पर गहरे घाव थे। हत्यारे ने उनका मुंह तो किसी धारदार हथियार से कान तक चीर दिया था। ऐसे में आप सहज अंदाजा लगा सकते है कि हत्या कितनी निर्मम तरीक़े से की गई थी।
अमूमन हम जुर्म के मामलों में क्या देखते की कोई भी मुजरिम अपना ज़ुर्म क़बूल साधारणतया नहीं करता, लेकिन इस हत्या के मामले में अनोखा दृश्य देखने को मिला था। इस मामले के शुरुआती जांच में करीब 60 लोगों ने एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या का जुर्म कबूला था, जिसमें से अधिकतर पुरुष थे। हालांकि इनका जुर्म कभी साबित नहीं हो सका, जिस वज़ह से सभी को छोड़ दिया गया। शुरुआती जांच के बाद भी एलिजाबेथ शार्ट की हत्या का ज़ुर्म लोग क़बूल करते रहें और धीरे-धीरे यह संख्या अब तक 500 से भी अधिक लोगों तक पहुँच चुकी है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि उसमें से कई लोग ऐसे भी हैं, जिनका तो जन्म ही उस दरमियान नही हुआ जब शॉर्ट की हत्या हुई थी। ऐसे में कई लोगों पर मामले को गुमराह करने का केस भी दर्ज किया गया था।
इतना ही नहीं इस हत्याकांड पर कई किताबें भी लिखी जा चुकी हैं। एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या को अमेरिकी इतिहास में सबसे क्रूर और अनसुलझे अपराधों में से एक माना जाता है, क्योंकि कातिल का अब तक पता नहीं चल सका है। यहां तक कि टाइम पत्रिका ने भी इसे दुनिया के सबसे कुख्यात अनसुलझे मामलों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया है।