पति की हैवानियत से तंग आकर लेफ्टिनेंट अफसर ने की खुदखुशी, मौत के पहले भाई को कॉल कर खोले कई राज
दहेज लेना और देना दोनों ही भारतीय कानून के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन इसके बावजूद न सिर्फ शादी से पहले बल्कि शादी के बाद भी लड़की और उसके परिवारवालों को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ कम पढ़े लिखे और छोटे पद पर काम करने वाले ही दहेज का लोभ करते हैं, बल्कि बड़े पदों पर जॉब करने वाले और पढ़े लिखे नौजवान लोग भी दहेज के लालची होते हैं। अब हरियाणा के अंबाला की इस दुखभरी घटना को ही ले लीजिए।
दरअसल सोमवार को अंबाला कैंट में भारतीय सेना की मेडिकल कोर में तैनात कैप्टन साक्षी संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर पंखे से लटकी हुई मिली। साक्षी छावनी के रेसकोर्स स्थित आवास में रहती थी। साक्षी के घरवालों को जब उसके मरने की खबर मिली तो वे तुरंत उसे हॉस्पिटल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। साक्षी की सांसे थम चुकी थी। वह इस जालिम दुनिया को छोड़ भगवान के पास जा चुकी थी। शुरुआती जांच में पुलिस ने इसे सुसाइड का केस माना है। लेकिन जब आप सुसाइड की वजह सुनेंगे तो आपका भी खून खौलने लगेगा।
साक्षी वैसे तो दिल्ली की रहने वाली थी, लेकिन साल 2018 में उसकी शादी नवनीत से हो गई थी। उसके पति भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर है। उनकी वर्तमान पोस्टिंग अंबाला कैंट में है। ऐसे में साक्षी अपने पति के साथ अंबाला छावनी के रेसकोर्स स्थित मकान में रहती थी। साक्षी का पति एक ऊंचे और इज्जतदार पद पर तैनात है, उसकी अच्छी खासी सैलरी है, लेकिन इसके बावजूद वह कथित रूप से दहेज का लालची है। साक्षी के घरवालों का दावा है कि उनकी बेटी ने पति की दहेज को लेकर प्रताड़ना से तंग आकर ही सुसाइड किया है।
साक्षी अपने पति के जुल्मों को सहते सहते टूट चुकी थी। उसका पति साक्षी से आए दिन मारपीट करता रहता था। दिसंबर 2020 में ही उसे साक्षी के साथ बहुत मारपीट की थी। तब घरवालों ने बैठक कर उनका समझौता करवा दिया था। लेकिन कुछ महीनों बाद फिर वही स्थिति उत्पन्न हो गई। साक्षी के पिता बताते हैं कि हमने कभी सोचा नहीं था कि बेटी का पति इतना बड़ा हैवान निकलेगा। वह स्कवाड्रन लीडर जैसे बड़े पद पर तैनात है लेकिन फिर भी ऐसी हरकतें करता था।
साक्षी के घरवालों ने नवनीत पर दहेज मांगने का आरोप लगाया है। पुलिस ने यह मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल वह इसकी जांच पड़ताल कर रही है। उधर साक्षी के भाई ने पुलिस को बताया कि बहन के सुसाइड करने के कुछ देर पहले ही उसका कॉल आया था। उसने फोन पर रोते हुए कहा था कि नवनीत फिर से उसके साथ मारपीट कर रहा है। ऐसे में हमने उसे समझाया था कि हम सुबह आते हैं। हालांकि इसके बाद जब फोन आया तो बहन के मरने की खबर मिली। मैं और पिता दोनों जब साक्षी के घर गए तो वह फंदे पर लटकी थी।
यदि आप भी एक दहेज लोभी हैं तो संभल जाए। दहेज का ख्याल अपने दिमाग से निकाल दें। अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए स्वयं मेहनत करें। दहेज के रूप में बहू से भीख न लें।