टीवी की पूर्व जानी मानी अभिनेत्री और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सोशल मीडिया पर अपनी कुछ तस्वीरों के चलते सुर्ख़ियों में आ गई है. हाल ही में टीवी होस्ट और अभिनेता मनीष पॉल ने स्मृति ईरानी से मुलाक़ात के दौरान की तीन तस्वीरें अपने सोशल मीडिया एकाउंट से साझा की है. जिसमें देखा जा सकता है कि, स्मृति ईरानी पहले से काफी फिट हो गई है. लॉक डाउन का फायदा उठाते हुए उन्होंने अपना वजन काफी कम कर लिया है.
मनीष पॉल ने तस्वीरों को इंस्टाग्राम पर साझा करते हुए लिखा था कि, ”एक कप काढ़ा पिलाने के लिए धन्यवाद. स्मृति मैम, क्या समय आ गया है, चाय की जगह सब काढ़ा पीने लगे हैं. मुझे अपने घर आमंत्रित किया और हमेशा की तरह शानदार स्वागत किया इसके लिए बहुत- बहुत धन्यवाद.” मनीष आगे यह भी लिखते हैं कि, ”मास्क मैंने सिर्फ फोटो क्लिक करने के लिए हटाया है. सभी को प्यार.” इन तस्वीरों में सभी की निगाहें स्मृति ईरानी के ट्रांसफॉर्मेशन पर टिक गई और वे सोशल मीडिया पर खूब सुर्ख़ियों में है. आइए ऐसे में आज आपको उनके सफ़र के बारे में बताते हैं…
46 वर्षीय स्मृति ईरानी का जन्म पंजाबी पिता और असमिया मां के घर हुआ था. वे कॉलेज की पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाई है. उन्होंने होटल में वेट्रेस तक का काम भी किया है. किसी के कहने पर साल 1998 में मुंबई आकर उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई. यहां उन्होंने मिस इंडिया के लिए ऑडिशन दिया और उनका चयन भी हो गया. वे फाइनल तक भी पहुंची लेकिन मिस इंडिया बनने से चूक गई. बाद में उन्होंने मॉडलिंग के दौरान कई ऑडीशन दिए हालांकि उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ा.
स्मृति ईरानी की किस्मत उस समय चमकी जब उन्हें ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ धारावाहिक में तुलसी का रोल मिला. 2000 से लेकर साल 2008 तक चले इस शो से स्मृति ईरानी घर घर में मशहूर हो गई. लेकिन बहुत कम लोगों को यह पता है कि स्मृति को कभी अनफिट होने की वजह से एकता कपूर की टीम ने रिजेक्ट कर दिया था. लेकिन बाद में उन्हें इस शो में काम मिला था. एकता कपूर ने उनका साथ दिया किया और उन्हें ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में लीड रोल दिया गया.
वैवाहिक जीवन की बात करें तो स्मृति ईरानी ने साल 2001 में पारसी एंटरप्रेन्योर जुबिन ईरानी से शादी की थी. स्मृति और जुबिन दो बच्चों बेटे जोहर और बेटी जोइश के माता पिता बने. दोनों की एक सौतेली बहन भी है.
स्मृति के राजनीतिक करियर पर एक नज़र…
साल 2003 में स्मृति ईरानी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था. साल 2004 में वे महाराष्ट्र यूथ विंग की वाइस-प्रेसिडेंट बनीं. इसी साल उन्होंने दिल्ली की चांदनी चौक सीट से कांग्रेस के कपिल सिब्बल के खिलाफ लोकसभा चुनाव में हुंकार भरी हालांकि उन्हें कपिल के हाथों हार झेलनी पड़ी. ईरानी को 2010 में बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव और महिला विंग की अध्यक्ष बनाया. 2014 के लोकसभा चुनाव में वे अमेठी सीट से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ी, लेकिन फिर उन्हें हार मिली. हालांकि उन्हें केंद्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्री बनाया गया. वहीं साल 2019 में ही इसी सीट से राहुल गांधी को उन्होंने हरा दिया और वे सांसद चुनी गई. वे फिलहाल सांसद के साथ ही केंद्रीय टेक्सटाइल मिनिस्टर हैं.