ब्लॉग : युद्ध पर अपनी सोच को दुरुस्त कीजिए जनाब, क्योंकि तीसरा विश्व युद्ध तो शुरू हो चुका है!
नई दिल्ली – अगर हम आपसे कहें कि दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है, तो शायद आप यकीन नहीं करेंगे। लेकिन, सच तो यह है कि तीसरा विश्व युद्ध सालों पहले से शुरू हो चुका है। दरअसल, आप हमारी इस बात को इसलिए नहीं मानेंगे क्योंकि आपके लिए युद्ध गोली, बंदूक, बम आदि के जरिए दुश्मन पर टूट पड़ना है। लेकिन 21वीं सदी में ये सोच बदल लीजिए। यहां दुश्मन किसी बंद कमरे में बैठकर सिर्फ एक उंगली से किसी भी देश को तबाह कर सकता है। तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो चुका है और यह आर्थिक रूप में या फिर किसी साइबर हमले की शक्ल में कई स्तरों पर लड़ा जा रहा है। Impacts of cyber attacks.
21वीं सदी में आर्थिक विश्व युद्ध –
ये तो आप मानते ही होंगे कि किसी भी देश के लिए उसकी अर्थव्यवस्था ही सब कुछ होती है। दुनिया के सभी देश वैश्विक स्तर पर अपनी आर्थिक धाक जमाने के लिए लगे हुए हैं। इसका उदाहरण हम अर्थ क्षमता के ब्रिटेन, फिर अमेरिका और अब चीन की तरफ झुकाव से को देख कर, इस रूप में समझ सकते हैं। चीन सस्ते सामानों के जरिये दूसरे देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारत है, जहां चीन ने भारत के आर्थिक रूप से कमजोर तबके और मध्यम वर्ग तक उनके दैनिक इस्तेमाल की चीजें बेहद सस्ती दरों पर पहुंचायी। चीन ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स, घरेलू उपयोग की चीजों को सस्ते दामों पर बेचकर भारत में बनने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बिजनेस और इससे जुड़े लोगों के रोजगार छीन लिये और भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना शुरू कर दिया।
21वीं सदी का सबसे खतरनाक हथियार ‘साइबर अटैक’ –
‘साइबर अटैक’ 21वीं सदी में बम, बंदूक से ज्यादा खतरनाक है। दुनिया के किसी भी कोने में बैठा शख्स साइबर अटैक के जरिए किसी भी देश की पूरी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर सकता है। जिसका हालिया उदाहरण हम ‘वानाक्राई रेनसमवेयर’ के रूप में देख चुके हैं। ‘वानाक्राई रेनसमवेयर’ ने एक वक्त में एक साथ भारत समेत दुनिया के 100 देशों पर साइबर अटैक किया। इस वायरस के जरिए हैकर आपके कंप्यूटर और आपकी जरूरी फाइलों व डेटा को ‘किडनैप’ कर आपसे फिरौती मांगते हैं और ये आपको देनी पड़ेगी क्योंकि आजकल सब कुछ आपके कंप्यूटर में स्टोर है। इसके जरिए बैंकिंग सेक्टर पर हमला बोलकर बैंको में रखे आम आदमी के पैसे को गायब किया जा सकता है। इसके अलावा, इससे रेल नेटवर्क, हवाई नेटवर्क आदि को भी बड़ा नुकसान पहुंचाया जा सकता है।
दुनिया में डर, नफरत और युद्ध का माहौल –
दुनिया में इस वक्त डर, नफरत और युद्ध का माहौल है। अमेरिका और उत्तर कोरिया, भारत और पाकिस्तान, चीन और अमेरिका, पाकिस्तान और अफगानिस्तान, पाकिस्तान और ईरान जैसे देश आये दिन एक दूसरे के खिलाफ युद्ध की धमकी दे रहे हैं। लेकिन, इन सभी देशों को मालूम है कि किसी भी देश से आमने-सामने की लड़ाई या फिर विश्वयुद्ध से उनके देश के विकास पर प्रभाव पड़ेगा। इसलिए इन देशों ने साइबर अटैक और आर्थिक क्षति जैसे हथियारों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। 100 देशों पर हुए साइबर हमले, मध्यपूर्व में पिछले 15 वर्ष से लगातार युद्ध, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच लगातार परमाणु युद्ध की बयानबाजी, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव ये साबित करते हैं कि दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं।