Blood Cloting होना स्वस्थ शरीर की नहीं है निशानी यह जितनी जल्दी समझ जाएं उसी में फायदा
खून गाढ़ा ( Blood Cloting ) होना दे सकता है ब्रेन स्ट्रोक जैसी बीमारियों को दावत, इसीलिए इन तरीको से खून गाढ़ा होने से बचाएं
(Blood Cloting ) स्वस्थ शरीर के लिए सबसे ज़रूरी है कि आपके शरीर में रक्त की कमी न हो और इसके अलावा रक्त का प्रवाह सही ढंग से पूरे शरीर में होता रहें। यह तो सभी को पता होगा हमारे देश मे खून यानी रक्त की कमी से हज़ारों की संख्या में मौत हो जाती है। इतना ही नहीं एनीमिया रोग जो कि महिलाओं और नवजात बच्चों में अधिक पाया जाता उसका कारण भी खून की कमी होता है। ऐसे में एक बात तो स्पष्ट है कि स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी ब्लड की जरूरत सभी को होती है। लेकिन क्या आप सभी को पता है कि कोरोना काल में एक और समस्या खड़ी हो गई है। जो कहीं न कहीं चिंता का विषय है। जी हां नहीं पता तो बता देते हैं कि कोरोना काल मे खून के थक्के जमने के काफी मामले सामने आ रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि खून का शरीर को स्वस्थ रखने में अहम रोल है।
इसके गाढ़ा (Thick blood) होने पर ब्लड सेल्स यानी नसों में थक्के बनने लगते हैं, जो शरीर के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। आज के दौर में तमाम लोगों को गाढ़े खून की समस्या है और इसके लिए जिम्मेदार कहीं न कहीं हम खुद होते हैं। ऐसे में अब तक चली आ रही भ्रांतियों को हमें त्यागना होगा क्योंकि गाढ़ा खून होने का कतई यह मतलब नहीं होता कि यह आपके स्वस्थ शरीर की निशानी है बल्कि सच्चाई तो यह है कि गाढ़ा खून कई जटिल व्याधियों को जन्म दे सकता है। जिसमें हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी गम्भीर बीमारियां भी शामिल हैं। तो आइए जानते हैं कि कैसे खून को गाढ़ा होने से रोके, लेकिन उसके पहले जान लेते हैं कि किन-किन चीजों से होता है खून का निर्माण।
बता दें कि जिन्हें हम खून कहते हैं। उसे बायोलॉजिकल भाषा में ‘प्लाज्मा’ भी कहा जाता है। प्लाज्मा हल्के पीले रंग का तरल पदार्थ होता है जिसमें सबसे ज्यादा पानी, प्रोटीन, मैग्नीशियम, कार्बन डाइऑक्साइड, यूरिक एसिड, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन आदि मौजूद होता है। यानी हमारा खून प्लाज्मा, लाल रक्त कोशिका, सफेद रक्त कोशिका और प्लेटलेट्स से मिलकर बनता है।
हमारे खून में रक्ताणु मौजूद होते हैं जिनसे ऑक्सीजन की क्रिया होती है। शरीर में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाओं का प्रमुख कार्य बीमारियों से शरीर की रक्षा करना होता है। ये इम्यूनिटी में भी अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। यह तो सभी को पता है कि खून स्वस्थ शरीर के लिए बेहद ज़रूरी है। ऐसे में अब जानते हैं कि कैसे खून के गाढ़ेपन को दूर कर सकते हैं…
गाढ़ा खून के लक्षण…
गाढ़ा खून से अपने आपको बचाने के पहले उसके लक्षण समझना होगा तभी तो उससे हम बच पाएंगे। बता दें कि जब किसी के शरीर मे रक्त गाढ़ा होने लगता है तो उसे कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है। जिनमें गठिया, रक्तस्राव, गाउट, सिर दर्द, धुंधली दृष्टि के अलावा कई अन्य समस्याएं भी होती है।
खून पतला करने के आसान उपाय…
बहुत सारे लोग खून को पतला करने के लिए तमाम तरीक़े की दवाइयों का सेवन भी करते हैं, लेकिन आप चाहें तो अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव करके भी आसानी से ऐसा कर सकते हैं। क्योंकि, ब्लड क्लॉटिंग यानी गाढ़े खून के खतरे को कम करने में दवाइयों के अलावा कुछ खाद्य पदार्थ और घरेलू उपाय भी कारगर हैं। इसके लिए आपको अपने खान-पान वाली डाइट पर ध्यान देना होगा।
मालूम हो कि अगर आप अपनी डाइट में फाइबर वाला भोजन शामिल करते हैं तो खून पतला होगा। इससे पाचन शक्ति अच्छी रहती है और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है। ब्राउन राइस, गाजर, ब्रोकली, मूली, शलजम, सेब और इसका जूस अपनी डाइट में शामिल करके आप ब्लड क्लॉटिंग यानी गाढ़े खून की समस्या को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई तरीक़े है जिसकी मदद से गाढ़े खून की समस्या को दूर किया जा सकता है।
हल्दी का सेवन भी खून पतला करने का एक अच्छा माध्यम है। हम आपको बता दें कि हल्दी में कुदरती औषधीय गुण होते हैं। यह ब्लड क्लोटिंग रोकने में बहुत ही मददगार साबित होती है। हफ्ते में दो या तीन बार हल्दी वाला दूध पिए। कच्ची हल्दी का सेवन खून के गाढ़ेपन को ठीक करने में विशेष काम आती है। इसके अलावा लहसुन और फिश आयल का उपयोग करना भी ब्लड क्लोटिंग रोकने में अहम योगदान देता है।
इतना ही नहीं गहरी सांस लेने के अलावा सेंधा नमक डालकर स्नान करने और सुबह की सैर करना भी ब्लड क्लॉटिंग जैसी समस्या से हमें बचाने का काम करता है। तो ऐसे में आप भी इन उपायों को उपयोग में लाकर ब्लड क्लॉटिंग जैसी समस्या से निजात पा सकते हैं ताकि हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी समस्याओं का सामना आपको ना करना पड़े।