घर बैठकर पीजिए शराब, केजरीवाल सरकार दे रही घर बैठे शराब पीने का मौका, जानिए क्या है पूरी ख़बर
दिल्ली में होगी शराब की होम डिलीवरी, अब ठेके तक जाने की जरूरत नहीं...
कुछ राज्यों का ज़ोर कोरोना काल में शराब और शबाब को लेकर है। यह कहें तो शायद ग़लत नहीं, क्योंकि अब छत्तीसगढ़ के बाद दिल्ली सरकार शराब की होम- डिलेवरी करने जा रही है। जी हां जिस दौर में कोरोना कर्फ़्यू और लॉकडाउन ने निम्न तबक़े की क़मर तोड़ दी है। उस हालात में भी राज्य सरकारें शराब बेचकर अपना राजस्व भरने की फ़िराक में दिख रही है। इसी के तहत दिल्ली सरकार ने मोबाइल ऐप या ऑनलाइन वेब-पोर्टल के जरिए शराब की होम डिलीवरी करने की इजाजत दे दी है। बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब की होम डिलीवरी शुरू की थी।
इसके पीछे सरकार का तर्क है कि इस फैसले से कोरोना काल में शराब की दुकानों पर भीड़ इकट्ठा नहीं होगी। सरकारें भले भीड़ इकट्ठा न होने का तर्क दे रही, लेकिन मामला इतना सिंपल है नहीं जितना सरकार बता रही। सोचिए जब लोगों के काम-धंधे ही ठप्प पड़े हैं फ़िर वह घर के लिए रोटी का इंतजाम पहले करें या शराब और शबाब के लिए? लेकिन सरकारों को मतलब कहाँ इन सबसे उन्होंने तो घर पहुँच सेवा शुरू करके यह बता दिया है। आप पीजिए हम घर पहुँच पिलाएंगे। कोरोना काल में रोटी मिलें न मिले लेकिन शराब जरूर मिलनी चाहिए।
मालूम हो कि दिल्ली आबकारी (संशोधन) नियम 2021 के अनुसार, एल-13 लाइसेंस धारकों को लोगों के घर तक शराब पहुंचाने की अनुमति होगी। अधिसूचना में कहा गया है, “लाइसेंसधारक केवल मोबाइल ऐप या ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से ऑर्डर मिलने पर ही घरों में शराब की डिलीवरी करेगा और किसी भी छात्रावास, कार्यालय और संस्थान को कोई डिलीवरी नहीं की जाएगी।”
पहले भी चल रही थी होम डिलीवरी, इस बार तरीका बदला…
मालूम हो कि पहले ई-मेल या फैक्स करने पर शराब की होम डिलीवरी मिलती थी, लेकिन अब ऑनलाइन या पोर्टल के माध्यम से शराब की होम डिलीवरी होगी। बता दें कि पहले ई-मेल या फैक्स के जरिए ऑर्डर मिलने के बाद ही लाइसेंसधारक शराब पहुंचा सकते थे। अब मोबाइल ऐप या ऑनलाइन पोर्टल से ऑर्डर करने पर शराब की होम डिलीवरी मिलेगी। हां यहां एक बात है कि इसका मतलब यह नहीं है कि सभी शराब की दुकानों को तुरंत होम डिलीवरी करने के लिए अधिकृत किया जाएगा।
शराब की होम डिलीवरी पर विचार करें राज्य…
मालूम हो कि पिछले साल ही सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी की थी कि राज्यों को शराब की होम डिलीवरी पर विचार करना चाहिए, क्योंकि शराब की दुकानों के बाहर भीड़ के कारण कोरोना नियमों की अनदेखी की कई तस्वीरें सामने आई थी। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर आते ही दिल्ली में फिर से शराब की दुकानें बंद कर दी गई थी और अब जाकर ऑनलाइन होम डिलीवरी की बात कही जा रही है।
एल-13 लाइसेंस किसे और कैसे दिया जाएगा…
दिल्ली में 2010 के बाद फ़िर शराब की होम डिलीवरी की बात हो रही है। दिल्ली सरकार ने दिल्ली एक्साइज पॉलिसी 2021 में संशोधन किया है। नए नियम के मुताबिक, मोबाइल ऐप या ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से आर्डर करके भारतीय शराब या विदेशी शराब की होम डिलीवरी एल-13 लाइसेंस के जरिए की जा सकेगी। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि एल-13 लाइसेंस किसे और कैसे दिया जाएगा।
दिल्ली से पहले इन राज्यों में चल रही शराब की होम डिलीवरी…
वही मालूम हो कि दिल्ली से पहले महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पंजाब, झारखंड, केरल, ओडिशा में शराब की होम डिलीवरी की जा रही है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी ऑनलाइन शराब मिल रही है। कुल मिलाकर देखें तो सरकारों के राजस्व प्राप्ति का एक बड़ा साधन शराब है। ऐसे में वह किसी भी हालत में नही चाहती कि उनके कमाई का यह जरिया बन्द हो। मूल बात तो यह है। बाक़ी भीड़-भाड़ से बचाव यह सब तो कहने की बातें हैं।