कभी राज कपूर के गैराज में रहता था अनिल कपूर का परिवार, ऐसे बदली थी ज़िंदगी
हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ अभिनेताओं की सूची में अनिल कपूर का नाम भी लिया जाता है. अनिल कपूर ने अपनी शानदार अदाकारी और कड़ी मेहनत से हिंदी सिनेमा में बड़ा नाम कमाया है. आज अनिल कपूर के पास देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी करोड़ों की संपत्ति है, हालांकि एक समय अनिल कपूर के परिवार को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ता था.
आपको यह जानकार हैरानी हो सकती है कि, हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ अभिनेता और निर्माता-निर्देशक रहे राज कपूर के गैराज में भी अनिल कपूर का परिवार रहा है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि, अनिल कपूर हिंदी सिनेमा में काम करने से पहले काफी संघर्ष पूर्ण जीवन बिताते थे.
बता दें कि, अनिल कपूर के दिवंगत पिता सुरिंदर कपूर फिल्म निर्माता रह चुके हैं. अनिल कपूर के पिता ने करियर बनाने के बैंगलोर से मुंबई की ओर रुख किया था. हालांकि परिवार के पालन-पोषण के लिए उनके पास कोई बड़ी आमदनी नहीं थी. उस समय सुरिंदर के कन्धों पर पत्नी, तीन बेटों बोनी कपूर, अनिल कपूर और संजय कपूर के पालन-पोषण की जिम्मेदारी थी. सुरिंदर इस दौरान फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हुए थे तो ऐसे में राज कपूर ने अपना गैराज उनके परिवार को रहने के लिए दे दिया था.
धीरे-धीरे बच्चे बड़े होते गए तो परिवार की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आने लगा. सुरिंदर कपूर फिल्म निर्माता बन चुके थे, वहीं अनिल कपूर भी फिल्मों में अभिनेता बनने के लिए काम ढूंढने लग गए. इसी बीच उस समय की सफल मॉडल सुनीता कपूर से उनका प्रेम प्रसंग शुरू हो गया. लेकिन अनिल कपूर के पास सुनीता को डेट पर ले जाने तक के भी पैसे नहीं थे. हालांकि उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया और फिर वे सुपरस्टार भी कहलाए. आइए आज आपको अनिल कपूर के संघर्ष पूर्ण जीवन के बारे में बताते हैं…
24 दिसंबर 1956 को मुंबई के चेम्बूर में अनिल कपूर का जन्म हुआ. अनिल कपूर से बड़े बोनी कपूर हैं जो कि फिल्म निर्माता है, वहीं अनिल से छोटे संजय कपूर है. संजय भी फिल्म अभिनेता है. तीनों की एक बहन है जिनका नाम रीना कपूर हैं. इस परिवार ने इंडस्ट्री में अच्छा ख़ासा नाम कमाया है.
जब सुरिंदर कपूर अपने परिवार के साथ मुंबई आए थे तो उनके पास रहने के लिए जगह नहीं थी. ऐसे में अनिल कपूर का परिवार राज कपूर के गैराज में रहा था. कुछ दिन राज कपूर के गैराज में रहने के बाद अनिल कपूर के पिता सुरिंदर कपूर ने एक कमरा किराए पर ले लिया था. धीरे-धीरे अनिल कपूर के परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगा.
अनिल कपूर पहली बार पर्दे पर सपोर्टिंग रोल में नज़र आए थे. फिल्म आई थी साल 1979 में निर्देशक उमेश मेहता की ‘हमारे तुम्हारे’. लीड एक्टर के रूप में अनिल कपूर ने साल 1980 में दक्षिण भारतीय सिनेमा में पदार्पण किया. उनकी पहली फिल्म थी ‘वरुक्क्षम’. हालांकि अनिल कपूर को बड़ी सफलता नहीं मिली. अनिल ने अब बॉलीवुड में पारी की शुरुआत करने के बारे में सोचा.
अनिल इसी बीच सुनीता को देखकर उन पर अपना दिल हार बैठे. धीरे-धीरे दोस्तों की मदद से अनिल को सुनीता का नंबर मिला और फिर दोनों के बीच बातचीत होने लगी. अनिल कपूर अपने साक्षात्कार में बता चुके हैं कि, उनके पास उस समय सुनीता को डेट पर ले जाने के भी पैसे नहीं थे. हालांकि इस मुश्किल समय में सुनीता अनिल के साथ खड़ी रही. दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा.
1984 में आई फिल्म ‘मशाल’ से अनिल को बड़ी पहचान मिली और इसके बाद अनिल ने सुनीता को शादी के लिए प्रपोज कर दिया. साल 1984 में दोनों की शादी हो गई. आज दोनों तीन बच्चों सोनम, हर्षवर्धन और रिया के माता-पिता हैं. अनिल कपूर आज लग्जरी लाइफ जीते हैं और भारत के साथ ही विदेशों में भी उनकी संपत्ति है.