देश को शर्मसार करने वाली कांग्रेस के टूलकिट के लेखक का नाम भी आया सामने, अब कांग्रेस क्या करेगी
कांग्रेस की राजनीति ऐसी की लोकतंत्र भी शरमा जाएं, जानिए कैसे #CongressToolkitExposed
इस वक्त देश सिर्फ़ कोरोना वायरस की दूसरी लहर से ही नहीं जूझ रहा है, बल्कि संकट की इस घड़ी में सियासी संग्राम भी छिड़ा हुआ है। गौरतलब हो इस सियासी संग्राम में दो मोहरे हैं। एक कांग्रेस तो दूसरी भाजपा। वहीं इस सियासी संग्राम का अहम कारण भी कोरोना नामक वायरस ही है। एक तरफ़ केंद्र में बैठी मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार कोरोना से निपटने की हरसंभव कोशिश कर रही तो दूसरी तरफ़ कांग्रेस आपदा में अवसर ढूढ़ते हुए अपने लिए संजीवनी बूटी ढूढ़ रही। बीते दिन भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कुछ पेपर सोशल मीडिया में शेयर किया। जिसकी बदौलत उन्होंने कहा कि कांग्रेस और ख़ासकर राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार को बदनाम करने में लगें हैं।
वहीं कांग्रेस ने बीते दिन “कांग्रेसी टूलकिट” से सम्बंधित भाजपा के सभी दावों को फ़र्जी बताते हुए भाजपा के कई नेताओं पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी, लेकिन “कांग्रेसी टूलकिट” को लेकर अब नया मोड़ आता दिख रहा। जिस टूलकिट को कांग्रेस कल तक फ़र्जी बता रही थी। और उसके लेखक का नाम पूछ रही थी। उसके लेखक का नाम भाजपा के प्रवक्ता ने सार्वजनिक कर दिया है। आज ट्विटर पर एक ट्वीट करते हुए संबित पात्रा ने कुछ फ़ोटो शेयर की है। जिसमें लेखक का नाम सौम्या वर्मा है। इतना ही नहीं संबित पात्रा ने ट्वीट में लिखा है, ” दोस्तों! कल तक जो कांग्रेस टूलकिट के लेखक का नाम जानना चाहती थी। उन्हें यह पेपर चेक करना चाहिए। जिसमें लेखक का नाम सौम्या वर्मा लिखा है। कौन है सौम्या वर्मा? यह साक्ष्य ख़ुद-ब-ख़ुद इसका प्रमाण दे रहा। क्या राहुल गांधी और सोनिया गांधी इसका जवाब अब देंगे?” गौरतलब हो जिस सौम्या वर्मा की बात संबित पात्रा कर रहें और उन्हें कांग्रेसी टूलकिट का लेखक बता रहे हैं उनकी प्रोफ़ाइल के मुताबिक, वो कांग्रेस नेता राजीव गौड़ा के ऑफिस से जुडी है। वहीं राजीव गौड़ा, जो आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के रिसर्च डिपार्टमेंट के चेयरमैन हैं।
Friends yesterday Congress wanted to know who’s the Author of the toolkit.
Pls check the properties of the Paper.
Author: Saumya Varma
Who’s Saumya Varma …
The Evidences speak for themselves:
Will Sonia Gandhi & Rahul Gandhi reply? pic.twitter.com/hMtwcuRVLW— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 19, 2021
अब ऐसे में जिस टूलकिट की बात संबित पात्रा कर रहें है। उसपर कांग्रेस पार्टी का निशान है, आल इंडिया कांग्रेस कमेटी का रिसर्च पेपर होना भी लिखा है। बस लेखक के नाम की कमी थी वह भी सामने लाने का काम संबित पात्रा ने कर दिया है तो क्या ऐसे में कांग्रेस पार्टी अब भी टूलकिट को फर्जी बताते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कहेगी? वैसे जो भी हो कांग्रेस पार्टी लगातार कोरोना काल में अपनी छवि को और धूमिल करते जा रही है। तभी तो उसे पांच राज्यों के चुनाव में बुरी तरीक़े से पराजय का मुंह देखना पड़ा।
यहां हम आपको बता दें टूलकिट के सामने आने के बाद सिर्फ़ संबित पात्रा ने कांग्रेस पर निशाना नही साधा, बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य नेताओं ने कांग्रेस को लपेटें में लिया था। रविशंकर प्रसाद ने तो यहां तक कह दिया कि, “कांग्रेस पार्टी ऐसे चुनौती भरे समय में लोगों की मदद करने की बजाय किसी तरह से अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश में लगी हुई है।” इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीति और नियत को लेकर कई सवाल भी उठाएं। उन्होंने एक सवाल करते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? इस चुनौतीपूर्ण समय में जब देश को एकजुट होकर काम करना चाहिए और नागरिकों को राहत उपलब्ध करानी चाहिए, कांग्रेस को केवल गलत जानकारियों पर आधारित अफवाहें फैलाने की चिंता है। कांग्रेस की आत्मा कहां है? लोगों की मदद करने के स्थान पर यह अपने समर्थकों को कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के लिए भारतीय स्ट्रेन और मोदी स्ट्रेन के नाम का इस्तेमाल कर देश को बदनाम करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
The more @INCIndia tries to salvage the wreckages the more it sinks . Tax payers money to IIM , IITs are for nation building . But here his entire team’s energies are for #BreakingIndia under @RahulGandhi https://t.co/PUinsNre4L
— B L Santhosh (@blsanthosh) May 19, 2021
वहीं बात कांग्रेसी टूलकिट की करें। तो उसमें सिर्फ़ नए म्यूटेंट को “इंडियन म्यूटेंट” या “मोदी म्यूटेंट” कहें जाने की बात नहीं है। इसी टूलकिट में मिसिंग अमित शाह, क्वारंटाइन जयशंकर, साइडलाइंड राजनाथ सिंह, इनसेंसिटिव निर्मला जैसे शब्द का उपयोग करने और समय-समय पर प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर भावनात्मक सुझाव देने की बात भी कही गई है। ऐसे में अब जब भाजपा ने टूलकिट के लेखक का नाम वगैरह सब उज़ागर कर दिया है। फ़िर कांग्रेस की क्या प्रतिक्रिया रहती। इसका सबको इंतजार रहेगा। वैसे एक सुझाव भाजपा के नेताओं को भी अगर यह सबकुछ सच है फ़िर विपक्ष को अदालत में घेरने की बात केंद्र सरकार क्यों नहीं करती। आख़िर देश का मामला है, फिर सिर्फ़ नाम उज़ागर तक ही खेल क्यों?