कांग्रेस पार्टी के सदस्यों का जैसे विवादों से पुराना नाता रहा है। अब मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। मामला सोनिया भारद्वाज की आत्महत्या से जुड़ा है। जो हरियाणा की रहने वाली हैं। हरियाणा के अंबाला की रहने वाली 39 वर्षीय सोनिया भारद्वाज का शव बीते 16 मई को भोपाल स्थित विधायक के निजी बंगले से बरामद किया गया। विधायक के बंगले पर शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई। यहां बता दे कि सोनिया ने कथित तौर पर बंगले में फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी।
गौरतलब हो कि विधायक के बंगले से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। बताया जाता है कि सोनिया कांग्रेस विधायक की महिला मित्र थी। दोनों जल्द शादी करने वाले थे। अब महिला की मौत के बाद आईपीसी की धारा- 306 के तहत मामला भोपाल के शाहपुरा थाने में विधायक के खिलाफ दर्ज किया गया है। मालूम हो कि उमंग सिंघार वर्तमान में गंधवानी से कांग्रेस विधायक हैं। विधायक ने इस मामले में भोपाल रेंज के आइजी को आवेदन लिखकर अपील की थी कि वह एक जनप्रतिनिधि हैं, इसलिए एफआईआर से पहले मजिस्ट्रेट से जाँच कराई जाए। सिंघार ने दावा किया था कि, “सोनिया के सुसाइड नोट में ऐसा कुछ नहीं लिखा है, जिससे मेरे ऊपर खुदकुशी के लिए उकसाने का केस बने।”
गौरतलब हो भले ही कांग्रेस विधायक ने आईजी को पत्र लिखते हुए यह कहा हो कि मृतका के सुसाइड नोट में ऐसा कुछ नहीं जो आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप साबित करें। लेकिन जब पुलिस ने सोनिया के बेटे आर्यन और घर के नौकरों से पूछताछ की। तो यह बात सामने निकलकर आई है कि सोनिया और उमंग जो कि कांग्रेस के विधायक हैं दोनो के बीच आएं दिन नोंक-झोंक होती थी। इसी आधार पर पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट और पूछताछ में दर्ज किए गए बयानों पर ही कार्रवाई हुई है।
बता दें इसी मामले में एसीपी भदौरिया ने बताया कि पूछताछ से पता चला है कि सिंघार जल्द ही सोनिया से शादी करने वाले थे। दोनों की मुलाकात एक मेट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए हुई थी। सोनिया का एक 18 साल का बेटा भी है। दूसरी शादी टूटने के बाद वह माँ के साथ अंबाला में रहता था। सोनिया पिछले 25-30 दिनों से सिंघार के बंगले में रह रही थीं, जबकि कांग्रेस नेता 2 दिन से विधानसभा दौरे के लिए घर से बाहर थे। वहीं कुछ अन्य रिपोर्ट की मानें तो उक्त महिला नहीं चाहती थी कि सिंघार अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर जाएँ। लेकिन 2-3 दिन पहले जब वो चले गए तो महिला ने यह कदम उठाया। वहीं पुलिस ने विधायक के घर से कुछ वीडियोज और फोटोग्राफ भी जब्त किए हैं।
पुलिस का कहना है कि दोनों एक-दूसरे को 2 साल से जानते थे और सोनिया दो बार भोपाल आ चुकी थी। वहीं सोनिया के अंतिम संस्कार के लिए अंबाला से भोपाल आए बेटे आर्यन और उसकी माँ ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि सोनिया की पहचान सिंघार से सितंबर में हुई थी। इसी के बाद वह भोपाल आने-जाने लगी थी। मगर कुछ समय बाद दोनों में झगड़े होने लगे। इस बारे में सोनिया ने अपने घरवालों को भी वीडियो कॉल पर बताया था। गौरतलब है कि उमंग सिंघार कमलनाथ सरकार में वन मंत्री थे। इसके अलावा वे पार्टी के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। कुछ समय पहले वे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाने के कारण चर्चा में आए थे। उन्होंने कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते दिग्विजय को दूसरा “पावर सेंटर” बताया था। आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगने के बाद अब विधायक जी! का पावर सेंटर उनके पास बचेगा या नहीं। यह समय ही तय करेगा।