ICU में भर्ती थी कोरोना मरीज, वार्डबॉय रातभर करता रहा रेप, दर्द के मारे चीख भी नहीं सकी पीड़िता
राजस्थान, जयपुर: कोरोना काल में अस्पताल में भर्ती मरीज पहले ही बहुत परेशान रहता है। ऊपर से हॉस्पिटल का बिल, इंजकेशन ऑक्सीजन न मिलना या इनकी काला बाजारी होना ये टेंशन अलग रहता है। इस बीच कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जहां अस्पताल में इलाज करा रही कोविड-19 संक्रमित महिला का यौन शोषण हो रहा है। मानवता को शर्मसार करने वाला ऐसा ही एक मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर में देखने को मिला है।
जयपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक महिला अपना कोरोना का इलाज करवा रही थी। उसकी तबीयत अधिक बिगड़ने की वजह से उसका ऑपरेशन भी हुआ था। ऑपरेशन के बाद महिला icu वार्ड में भर्ती थी। उसे ऑक्सीजन लग रही थी और उसके हाथ पैर भी बंधे हुए थे। इस बीच वहां के एक वार्ड बॉय की महिला को देख नियत खराब हो गई और उसने महिला का रातभर रेप किया।
रेप के दौरान महिला कई बार बेहोश भी हुई। महिला के शरीर में इतनी ताकत नहीं थी कि वह चीख पाती, बस इसी बात का फायदा आरोपी खुशीराम गुर्जर ने उठाया। वह रेप के दौरान बार बार महिला को पिंच कर देखता भी था कि वह होश में है या बेहोश। अगले दिन जब महिला का पति आया तो पीड़िता ने इशारों में अपना दर्द बताना चाहा लेकिन वो समझ नहीं पाया। फिर महिला ने लिखकर अपनी बात कही। पत्नी का लिखा पढ़ पति के होश उड़ गए। उसने तुरंत इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन और पुलिस से की।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की पहचान की और फिर उसके मोबाईल नंबर की लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी खुशीराम गुर्जर करौली जिले के नादौती गांव का रहने वाला है। वह जयपुर के शैल्बी अस्पताल में नर्सिंगकर्मी रूप में जॉब करता था और शहर में एक किराए के मकान में रहता था।
इस केस की जांच कर रहे जयपुर के डीसीपी प्रदीप मोहन शर्मा ने कहा कि ये मामला बहुत गंभीर है। आरोपी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा जहां उसे तय सजा दी जाएगी। पीड़िता के पति ने चित्रकूट थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी। उसने बताया कि हॉसपिटल के नियमों के अनुसार आईसीयू में किसी को रुकने नहीं दिया जाता है। नर्स ने उससे कहा था कि जरूरत होने पर हम कॉल कर बुला लेंगे। इसलिए रात को वह अपने घर चला गया था। लेकिन उसे क्या पता था कि जिस अस्पताल में वह अपनी पत्नी की जिंदगी बचाने आया था वहां उसकी लाइफ बर्बाद हो जाएगी।