
कोरोना संक्रमित पति में पत्नी बोली- प्रॉपर्टी मेरे नाम करो तभी किडनी दूंगी.. पति की हुई मौत
कोरोना वायरस के इस दौर में सिर्फ इंसान ही नहीं मर रहे हैं बल्कि रिश्तों की भी मौत हो रही है। कहते है न सुख की घड़ी में तो हर कोई साथ देता है लेकिन दुख में जो काम आए वही आपका सच्चा प्रियजन है। अब राजस्थान के भरतपुर जिला के आरबीएम अस्पताल की यह घटना ही ले लीजिए। यहां कोविड-19 वार्ड में आर्मी से सेवानिवृत्त रूप किशोर पुजारी एडमिट थे।
रूप किशोर की दोनों किडनी खराब हो चुकी थी। ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट की जब बात चली तो रिश्तेदारों ने रूप किशोर की पत्नी को अपनी एक किडनी देने को कहा। ऐसे में पत्नी ने कहा कि वह तब तक अपनी किडनी नहीं देगी जब तक कि संपत्ति उसके नाम नहीं कर दी जाती। इस बात को लेकर पत्नी के मायके और ससुरालवालों में जमकर झगड़ा भी हुआ। आलम ये था कि ये झगड़ा कोविड-19 वार्ड में ही हो गया। उधर किडनी के इंतजार में रूप किशोर की मौत हो गई।
मामला 10 मई का बताया जा रहा है। इस दिन रूप किशोर की पत्नी बच्चों को लेकर वार्ड में घुसी। यहां उसका ससुराल वालों से प्रॉपर्टी को लेकर झगड़ा हुआ। जल्द पत्नी के मायके वाले भी आ गए। इन सबके बीच कहासुनी हुई। बातों की लड़ाई हाथापाई पर उतर आई। कोविड-19 वार्ड में ही लात घूंसे चले। इतना ही नहीं दोनों पक्षों ने एक दूसरे के ऊपर पंखे से हमला भी किया। हालांकि किसी भी पक्ष के द्वारा बाद में कोई लिखित शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कारवाई गई।
अब इस पूरी घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ जिज्ञासा साहनी ने बताया कि मरीज के परिजन वार्ड में घुस आए थे। यहां दो पक्षों के बीच झगड़ा हुआ। जब स्टाफ बीच बचाव करने पहुंचा तो उन्हें भी लात घूंसे लगे। यहां वार्ड के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों की भी गलती है जिन्होंने परिजनों को अंदर आने दिया।
बताया जा रहा है कि मृतक का छोटा भाई अपनी पत्नी की किडनी दिलवाने को तैयार भी हो गया था लेकिन रूप किशोर की पत्नी और उसके मायके वालों ने संपत्ति की बात छेड़कर ऐसा नहीं होने दिया। पत्नी का कहना था कि किडनी में तभी दूँगी जब संपत्ति मेरे नाम होगी। वहीं ससुराल वालों को ये बात हजम नहीं हो रही थी। अब इन दोनों पक्षों के लड़ाई झगड़े में बेचारे रूप किशोर की मौत हो गई। वह जिंदगी मौत की जंग ज्यादा देर तक लड़ नहीं सके।