एडीआर रिपोर्ट में खुलासा तमिलनाडु के 88 फ़ीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले, जानिए असम का भी हाल
असम और तमिलनाडु में कितने मंत्री दागी और कितने करोड़पति जानिए इस रिपोर्ट में
हालिया दिनों में पांच राज्यों की विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद वहां सरकार का गठन भी हो चुका है। जिन पांच राज्यों में पिछले महीनें चुनाव हुए थे। उनमें असम, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और केरल शामिल थे। असम और तमिलनाडु में सरकार गठन के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक रिपोर्ट जारी की है। जो इन दोनों राज्यों के मंत्रियों का ब्यौरा पेश करती है।
एडीआर की रिपोर्ट की मानें तो असम में हुए ताजा चुनावों में 7 फीसद मंत्रियों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। वहीं 14 मंत्रियों की औसतन संपत्ति 4.78 करोड़ रुपये है। इसके अलावा तमिलनाडु में बने नए मंत्रिमंडल में 88 फीसद मंत्रियों पर आपराधिक मामले की बात एडीआर की रिपोर्ट कहती है। तमिलनाडु के नवनिर्वाचित मंत्रियों की औसतन संपत्ति 11.71 करोड़ रुपये है। असम के जहां सात प्रतिशत मंत्री ने अपने ऊपर आपराधिक मामले की बात कही है वही तमिलनाडु में यह आंकड़ा 88 फ़ीसदी बैठता है।
तमिलनाडु में 32 मंत्रियों में से 28 ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। वहीं 16 मंत्रियों ने अपने ऊपर गम्भीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, 32 में से 31 मंत्री तमिलनाडु में करोड़पति है। जो औसतन 97वें फ़ीसदी है। वहीं मंत्रियों के सम्पत्ति का औसत देखें तो 32 मंत्रियों की औसतन संपत्ति 11.71 करोड़ रुपये है। जिसमें सबसे अधिक संपत्ति होने की घोषणा रानीपेट निर्वाचन क्षेत्र से चुनकर आएं आर. गांधी ने की है। इनकी कुल संपत्ति 47.94 करोड़ रुपए है। इसके इतर सबसे कम संपत्ति मनोथंगराज टी के पास है। जिन्होंने पद्मनाभरपुरम से जीत हासिल की। उनकी कुल सम्पत्ति 23.39 लाख रुपए है। अन्य आंकड़ों की बात करें तो तमिलनाडु विधानसभा में 32 मंत्रियों में से सिर्फ़ दो मंत्री महिला है। इसके अलावा एक मंत्री ने अपनी आयु 83 वर्ष घोषित की है।
वहीं अब बात विस्तार से असम राज्य की करें तो। असम में सात प्रतिशत मंत्री ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। जबकि एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक एक मंत्री ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामला घोषित किया है। वहीं असम में 14 में से 12 मंत्री करोड़पति है। 14 मंत्रियों की औसतन संपत्ति 4.78 करोड़ रुपये हैं। अधिकतम संपत्ति घोषित करने वाले मंत्रियों में निर्वाचन क्षेत्र जालकुबारी से हेमंत विस्वा सरमा हैं। जिन्हें असम का मुख्यमंत्री भी बनाया गया है। हेमंत विस्वा सरमा ने अपनी सबसे संपत्ति 17.27 करोड़ घोषित की है। वहीं सबसे कम संपत्ति घोषित करने वाले मंत्रियों में निर्वाचन क्षेत्र तिनसुकिया से संजोय किशन हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति 55.35 लाख रुपये घोषित की है। असम में 14 मंत्रियों में सिर्फ़ एक महिला मंत्री है।
ऐसे में इन दोनों राज्यों में कहीं न कहीं महिलाओं को ख़ास तव्वजो मंत्री बनने के लिए नहीं दी गई है। वहीं तमिलनाडु में 88 फ़ीसदी मंत्रियों पर आपराधिक मामले कहीं न कहीं इस बात की गवाही देते हैं कि भले कुछ भी हो जाएं लेकिन धन और बाहुबल ही सत्ता की कुंजी आज भी बनी हुई है। भले ही फ़िर राजनीति को स्वच्छ बनाने के कितने ही दावे क्यों न किए जाते हो?