अमेरिका का नागरिक टीका लगवाने आया भारत, बोला- दूसरा डोज भी यहीं लगवाऊंगा क्योंकि..
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है। इसकी वजह लॉकडाउन और वैक्सीन प्रक्रिया है। 1 मई से भारत में 18 से 44 वर्ष के लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हो गई है। ऐसे में लोग बड़े ही उत्साह के लिए कोरोना का टीका लगवा देश को सुरक्षित रखने में अपना योगदान दे रहे हैं। इस बीच मंगलवार को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक बड़ा ही अनोखा नजारा देखने को मिला। यहां एक अमेरिकी नागरिक वैक्सीन लगवाने टीकाकरण केंद्र जा पहुंचा।
डेनी हार्बर नाम के इस अमेरीकी शख्स ने इंदौर के सुखलिया क्षेत्र के वैक्सीनेशन सेंटर पर कोरोना का टीका लगवाया। पहला डोज लेने के बाद उन्होंने ये भी कहा कि वह दूसरा डोज भी भारत में ही लगवाएंगे। इसके पीछे उनका तर्क था कि भारत कि वैक्सीन सबसे सुरक्षित है। मुझे भारतीय वैक्सीन पर पूरा यकीन है। इसलिए जून में भी मैं वैक्सीन लगवाने यहीं भारत ही आऊँगा।
दरअसल डेनी हार्बर इंदौर में अपने किसी परिचित के यहां आए हुए थे। ऐसे में उन्होंने यहीं पर वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर दिया। इस दौरान रिफरेंस के रूप में में उन्होंने अपना पासपोर्ट नंबर डाला। इसके बाद उन्हें इंदौर के सुखलिया क्षेत्र के वैक्सीनेशन सेंटर में स्लॉट मिला। जब वे वहां गए तो उन्हें देख लोग हैरान रह गए। कुछ ने ये भी कहा कि आपको भारत का टीका नहीं लग सकता है।
हालांकि अभी तक ऐसा कोई रूल नहीं है जिसमें कहा गया हो कि भारतीय टीका सिर्फ भारत में रहने वाले नागरिकों को ही लगेगा। विदेशी नागरिक इसे वैक्सीन को लगवा सकता है या नहीं इसे लेकर कोई भी निर्देश नही है। लोगों के मना करने पर भी डेनी का उत्साह कम नहीं हुआ वे भारत में ही टीका लगाने की जिद पर अड़े रहे।
इस दौरान वहां सुखलिया क्षेत्र के पूर्व पार्षद राजेंद्र राठौड़ भी थे। डेनी हार्बर ने उन्हें बताया कि वह कुछ दिन यहीं इंदौर में रुके हुए हैं। उन्हें भारतीय वैक्सीन पर पूरा भरोसा है। भारत के लोग हमेशा मुसीबत आने पर साथ खड़े रहते हैं। जब मुझे पता चला कि भारतीय वैक्सीन पूरी तरह सेफ और सक्सेसफूल है तो मैंने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा दिया। मुझे यहां का सेंटर भी मिला। इसलिए मुझे अब वैक्सीन लगवाना है।
डैनी की बातें सुनने के बाद उन्हें वैक्सीन लगाने की इजाजत दे दी गई। उन्होंने बड़े शौक से भारतीय वैक्सीन लगवाई और सभी का शुक्रिया कहा। अब उन्हें अपने दूसरे डोज़ का बेसब्री से इंतजार है।