इन राज्यों में फिर से बढ़ा लॉकडाउन, जानें कौन कौन से राज्य हैं शामिल
प्रधानमंत्री मोदी लॉकडाउन को बताते अंतिम विकल्प, लेकिन राज्य सरकारें लॉकडाउन के भरोसे!
रविवार को देश में कोरोना के संक्रमितों की संख्या में कुछ गिरावट तो आई लेकिन अभी यह संकट टलने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में रविवार को लॉकडाउन और कोरोना कर्फ़्यू की अवधि 17 मई तक बढ़ा दी गई है। राजधानी दिल्ली में इस बार एक सप्ताह का जो लॉकडाउन लगा है। उसको लेकर मुख्यमंत्री केजरीवाल की तरफ़ से यह इशारा किया गया है कि इस दौरान सख़्ती अधिक रहेगी। ऐसे में कोरोना वायरस के दौर में अब लगभग देश के सभी हिस्से कोरोना कर्फ़्यू, जनता कर्फ्यू या फिर लॉकडाउन की स्थिति से गुजर रहे हैं।
तमिलनाडु, राजस्थान और पुडुचेरी में सोमवार से 2 हफ्ते का लॉकडाउन शुरू हो रहा है जबकि कर्नाटक में लॉकडाउन जैसी पाबंदी 24 मई तक प्रभावी रहने की बात कही गई है। वही उड़ीसा में 19 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है तो शनिवार से 9 दिन के लिए पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान केरल में भी किया गया है।
बात पूर्वोत्तर के राज्यों की करें तो मिजोरम सरकार ने सोमवार से 7 दिन के लिए पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी है जबकि सिक्किम में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां 16 मई तक प्रभावी रहेगी। वहीं उत्तराखंड सरकार ने 11 मई से 18 मई तक कड़ा कोविड कर्फ़्यू लगाने का फैसला किया है। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही लॉकडाउन को अंतिम विकल्प बता रहे हो लेकिन राज्य की सरकारें कहीं ना कहीं लॉकडाउन, जनता कर्फ्यू या कोरोना कर्फ़्यू को लागू रखते हुए स्थितियों पर काबू पाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
10 राज्यों में कुल 71 फ़ीसदी मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली उन 10 राज्यों में शामिल है। जहां पर रविवार को सामने आए 4,03,738 मामलों में से 71.75 प्रतिशत मरीज हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 10 राज्यों की सूची जारी की गई है जहां सबसे ज्यादा केस है उनमें महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली सहित केरल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और हरियाणा शामिल है। मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 56,578 नए मरीजों की पुष्टि हुई। जिसके बाद कर्नाटक में 47,563 और केरल में 41971 मामले मिले हैं। इसके अलावा, पिछले 24 घंटे में 4,092 संक्रमित व्यक्तियों की मौत की पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ़ से हुई है। इनमें से 74.93 प्रतिशत मरीजों की मृत्यु 10 राज्यों में हुई हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 864 लोगों की जान गई है। इसके बाद कर्नाटक में 482 लोगों की मौत हुई है।