2 मई को चुनाव परिणाम के नतीजे आने के बाद से ही असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर भाजपा नेतृत्व में लगातार ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। जिसका हल अब निकलता हुआ नजर आ रहा है। जी हां असम चुनाव नतीजे आने के बाद पुनः भाजपा की सत्ता में वापसी तो हुई, लेकिन बात इस पर ठन गई कि आखिर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? चुनावी नतीज़े आने के बाद दो नाम मुख्यमंत्री की रेस में काफी तेजी के साथ आगे बढ़ रहे थे। जिसमें पहला नाम निर्वतमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और दूसरे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विस्वा सरमा का शामिल था।
जिन्हें बीते दिन शनिवार दिल्ली बुलाकर व्यापक चर्चा केंद्रीय नेतृत्व द्वारा की गई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर लगभग 3 घंटे तक मुलाकातों का दौर चला। जिस दौरान गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष भी मौजूद रहे। केंद्रीय नेतृत्व ने बैठक के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका निर्णय विधायकों का दल करेगा। आज यानी रविवार को गुवाहाटी में निर्वाचित विधायकों की बैठक 11 बजे आयोजित होनी थी। जिसके पहले असम के निर्वतमान मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। जिसके बाद अब सूत्रों के हवाले से जो खबर निकल कर आ रही है उसमें हेमंत विस्वा सरमा का असम में नया मुख्यमंत्री बनाना लगभग तय बताया जा रहा।
आपको जानकारी के लिए बता दे। गुवाहाटी में भाजपा विधायक दल की मीटिंग अभी चल रही है । वहीं एएनआई के माध्यम से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का एक बयान जारी हुआ है। जिसके अनुसार हेमंत विस्वा सरमा को असम में विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। जिसके बाद अब उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हो गया है। वैसे असम में भाजपा के लिए मुख्यमंत्री का फ़ैसला करना आसान नहीं था, क्योंकि चुनाव के दौरान पार्टी ने किसी एक का नाम आगे नहीं बढ़ाया था।
गौरतलब हो सोनोवाल और हेमंत विस्वा सरमा दोनों असम की राजनीति में बड़ा नाम है। सोनोवाल असम की स्वदेशी सोनोवाल कचहरी जनजाति से ताल्लुक रखते हैं और असम के लोगों में उनकी छवि काफी अच्छी है जबकि हेमंत विस्वा सरमा एक प्रभावशाली नेता के साथ-साथ नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस के संयोजक भी रह चुके हैं। वहीं असम विधानसभा चुनाव में दोनों की जीत का अंतर देखें तो सोनोवाल ने कांग्रेस नेता “राजिब लोचन पेगू” को 43,192 वोट से हराकर माजुली में लगातार दूसरी बार जीत हासिल की। वहीं हेमंत विस्वा सरमा ने कांग्रेस के “रोमेन चंद्र बोरठाकुर” को 1.01 लाख मतों के भारी अंतर से पराजित कर जालुकबारी सीट पर कब्जा बरकरार रखा। सोनोवाल और सरमा के अलावा भाजपा के 13 अन्य मंत्री भी आसानी से अपनी सीट बरकरार रखने में कामयाब रहे।
आख़िर में जानकारी के लिए असम विधानसभा चुनाव के नतीजों पर नज़र डालें तो असम में बीजेपी ने दोबारा से सत्ता में वापसी की है। असम के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अकेले दम पर 126 में से 60 विधानसभा सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसके अलावा बीजेपी के गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद ने 9 और यूपीपीएल ने 6 सीटें जीती है। इस तरह बीजेपी गठबंधन को 126 सदस्यीय विधानसभा में 75 सीटें मिली है।