Health Tips: इन 5 कारणों से बढ़ती है आपकी तोंद, जाने इसे कम करने का उपाय
एक बड़ी सी तोंद किसी को पसंद नहीं होती है। तोंद बढ़ने की समस्या से कई लोग परेशान होते हैं। तोंद को वैज्ञानिक भाषा में एबडोमिनल ओबेसिटी बोला जाता है। इसमें पेट के आसपास चर्बी एकत्रित होने लगती है जिसकी वजह से कमर फैलकर कमरा बन जाती है। तोंद का बढ़ना बॉडी में फैट की अधिकता को भी दर्शाता है। वैसे तो बॉडी में फैट जरूरी होता है लेकिन यह ज्यादा हो तो दिल से लेकर डायबिटीज तक की समस्या हो सकती है। ऐसे में आज हम आपको तोंद बढ़ने के कुछ प्रमुख कारण बताने जा रहे हैं।
अधिक कैलोरी: जरूरत से ज्यादा मात्रा में कैलोरी लेने पर आपका वजन और तोंद दोनों बदने लगते हैं। इसके अतिरिक्त जैसे जैसे उम्र बढ़ती है आपके शरीर की फैट बर्न करने की क्षमता भी घटती चली जाती है। इसलिए आपको अपनी उम्र के अनुसार कैलोरी को मेंटेंट रखना चाहिए।
बॉडी फैट डिस्ट्रीब्यूशन में दिक्कत: कुछ मामलों में शरीर के हार्मोन्स बॉडी के कुछ खास स्थानों पर ही फैट जमा करने लगते हैं। उदाहरण के लिए मेनोपॉज के बाद महिलाओं में शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा कम होने लगती है। इस कारण उनके पेट के आसपास फैट एकत्रित होने लगता है। वहीं पुरुषों में फैट डिस्ट्रीब्यूशन की प्रॉब्लम की वजह से तोंद निकाल आती है।
जीन्स भी एक वजह: कई बार जेनेटिक कारणों के चलते भी शरीर के कुछ हिस्सों में फैट एकत्रित होने लगता है। पुरुषों के केस में ये चीज पेट के आसपास होती है। इसलिए यदि आपके घर में बड़ों को तोंद की समस्या है तो जेनेटिक की वजह से आपकी भी तोंद निकलने के चांस बढ़ जाते हैं।
हार्मोन्स: लेप्टिन नाम का एक हार्मोन होता है जो शरीर को पेट भरने का संकेत देता है। यदि शरीर में इस लेप्टिन हार्मोन की कमी होती है तो आप पेट भरा हुआ देर से महसूस करते हैं। इस चक्कर में आप अधिक खाते जाते हैं और आपकी तोंद निकाल आती है।
तनाव: आप माने या न माने लेकिन तोंद के बाहर निकलने में तनाव बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।तनाव की वजह से बॉडी में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। यह चीज पेट के आसपास फैट जमा करने लगती है। इसी से तोंद का निर्माण होता है। तोंद जैसे जैसे बढ़ती है कोर्टिसोल और भी बढ़त है नतिजन आपकी तोंद और बढ़ने लगती है। इन सबके अलावा बाइपोलर डिसऑर्डर और सिजोफ्रेनिया की प्रॉब्लम होने पर भी तोंद बाहर आ जाती है।