राज्यपाल ने ममता दीदी को पढ़ाया संविधान का पाठ, शपथ दिलाते हुए कहा-लोकतंत्र के लिए हिंसा ठीक नहीं
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी एक बार फिर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बन गई हैं और आज राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इन्हें शपथ दिलाई है। कोरोना के कारण शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान कम ही लोगों को शामिल किया गया था। वहीं शपथ दिलाने के दौरान राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को एक नसीहत भी दी और इन्हें राज्य में हो रही हिंसा को रोकने को कहा। गवर्नर ममता बनर्जी से कहते हुए नजर आए कि उम्मीद है कि वो संविधान का पालन करेंगी।
ममता बनर्जी को तीसरे कार्यकाल की बधाई देते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा मैं ममता जी को उनके तीसरे कार्यकाल की बधाई देता हूं। हमारी प्राथमिकता ये है कि हमें इस हिंसा का अंत करना चाहिए। जिसने बड़े पैमाने पर समाज को प्रभावित किया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि सीएम तत्काल रूप से कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगी।
इन्होंने आगे कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था का राज हो। लोकतंत्र के लिए हिंसा ठीक नहीं है। पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद होने वाली हिंसा को रोकना होगा। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस दिशा में काम करेंगी। राज्यपाल की इस नसीहत पर ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया भी आई और इन्होंने राज्यपाल को आश्वासन दिया की राज्य में हिंसा नहीं होगी। ममता बनर्जी ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों से शांति की अपील की। मैं हिंसा बर्दाश्त नहीं करूंगी। आज के बाद ऐसी घटना ना हो। अभी तक बंगाल का प्रशासनिक तंत्र निर्वाचन आयोग के अधीन था, अब हम गड़बड़ियों से निपटेंगे।
बीजेपी के विधायकों ने भी ली शपथ
दूसरी ओर 10 बजकर 45 मिनट पर कोलकाता स्थित बीजेपी दफ्तर में भी ऐसा ही एक समारोह रखा गया। इस दौरान बीजेपी विधायकों ने नफरत की राजनीति के खिलाफ शपथ ली। बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के विरोध में बीजेपी देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन कर रही है। कोलकाता के बीजेपी दफ्तर में जेपी नड्डा ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया और इस दौरान कहा कि जैसे-जैसे नतीजे आए हैं वैसे-वैसे यहां राजनीतिक हिंसा का तांडव देखने को मिला है। ये लड़ाई हम निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे।
जेपी नड्डी ने कहा किजो तस्वीरें मैंने विभाजन के समय देखी थी वे ताजा होती दिख रही थीं। जिनको रक्षा करनी चाहिए वे ही इस हिंसा के तांडव के जिम्मेदार लोग हैं। इन्होंने कहा कि ऐसे लोग शपथ लें, प्रजातंत्र में सबको शपथ लेने का अधिकार है लेकिन हम भी शपथ लेते हैं कि बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करेंगे। प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे। विकास की एक नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए निभाएंगे।
गौरतलब है कि आज ममता बनर्जी का शपथ ग्रहण समारोह था और इन्होंने कुछ ही विधायकों के साथ मिलकर शपथ को ग्रहण किया है। जिसके साथ ही ये तीसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री बन गई हैं। इनकी पार्टी ने 200 से अधिक सीटों पर ये चुनाव जीता है। चुनाव नतीजे आते ही राज्य में ममता की पार्टी के लोगों द्वारा खूब हिंसा की गई थी। जिसमें 11 लोगों की मौत हुई है। जिन लोगों को मारा गया है वो बीजेपी के कार्यकर्ता हैं।