कोरोना से बचने इन दो राज्यों ने लगाया लॉक डाउन, 15 दिन तक रहेगा सम्पूर्ण बंद
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए रविवार को राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने एक बार फिर से देश में राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाने की सिफारिश की है। जबकि कुछ राज्यों ने अपने यहां पर लॉकडाउन लगाने का ऐलान कर दिया है। हरियाणा, ओड़िशा सहित कुछ राज्य सरकारों ने कोरोना के मामलों को नियंत्रण में लाने के लिए लॉकडाउन की घोषणा हाल ही में की है।
वहीं दो सप्ताह पहले भी राष्ट्रीय टास्क फोर्स ने सरकार से कहा था कि वो प्रभावित जिलों में लॉकडाउन लगा दें। लेकिन पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के चलते ऐसा नहीं किया गया था। अब चुनाव खत्म हो गए हैं। ऐसे में सरकार संक्रमण प्रभावित जिलों में लॉकडाउन लगा सकती है।
एक बार फिर टास्क फोर्स की कम से कम दो सप्ताह के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाने की सिफारिश पर सरकार की ओर से विचार किया जा रहा है। आपको बता दें कि इस टीम में नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी शामिल हैं। जिन्होंने एक दिन पहले ही सख्त लॉकडाउन लगने की बात कही थी। इन्होंने साफ तौर पर कहा था कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सख्त लॉकडाउन की जरूरत है।
हालांकि 20 अप्रैल को देश के नाम दिए गए संबोधन में पीएम मोदी ने साफ तौर पर कहा था कि लॉकडाउन लगाना एकदम आखिरी विकल्प है। मोदी जी ने ये स्पष्ट कर दिया था कि सरकार लॉकडाउन नहीं लगाना चाहती। वो लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं हैं। इन्होंने राज्यों से भी कहा था कि लॉकडाउन का इस्तेमाल अंतिम विकल्प के रूप में ही किया जाए। इस वक्त देश के लिए दवा भी और कढ़ाई की आवश्यकता है।
कब तक लगाया लॉकडाउन
हरियाणा सरकार ने तीन मई से पूरे राज्य में सात दिन के लिए लॉकडाउन लगाया है। इस दौरान भी पूरी तरह राज्य बंद रहेगा। वहीं ओडिशा सरकार ने आगामी पांच से 19 मई के बीच संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। आने वाले समय में ओर भी राज्य जल्द ही लॉकडाउन की घोषणा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। 12 राज्यों में संक्रमण की स्थिति बेहद ही खराब है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 150 जिलों में संक्रमण दर 15 फीसदी से भी ज्यादा है। जबकि 250 जिलों में संक्रमण दर 10 से 15 फीसदी के बीच है। ऐसे में इन इलाकों में सख्त लॉकडाउन की जरूरत है।