शादी में मिला बस एक जेवर तो भड़क गई दुल्हन, बोली ‘नहीं करनी शादी..’ जाने फिर क्या हुआ
शादी किसी भी लड़की या लड़के के लिए बहुत बड़ा और खास दिन होता है। इस दिन की तैयारी वह बरसों से करता है। उसके दिमाग में एक पिक्चर चलती है कि मेरी शादी वाले दिन ये होगा, वो होगा। लेकिन जब शादी किसी कारण से शादी वाले दिन ही टूट जाए तो बहुत दुख होता है। आजकल कई ऐसी खबरें सुनने को मिल रही है जब दुल्हन शादी वाले दिन ही दूल्हे से शादी करने से इनकार कर देती है। दुल्हन के ना कहने के पीछे कई वजहें होती है।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के पट्टी थाना क्षेत्र के दुकरा में सुल्तानपुर से आई बारात के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। पहले तो लड़की पक्ष ने बारात का अच्छे से स्वागत किया। सभी ने खाना भी खा लिया। लेकिन फिर दुल्हन के लिए जेवर न लाने की बार पर हंगामा हो गया। बात इतनी बिगड़ गई कि खुद दुल्हन ने आगे आकर शादी करने से मना कर दिया।
दरअसल शादी के लिए चढ़ावा दुल्हन के घर भेजा गया था। अब इसमें दुल्हन के लिए सिर्फ एक ही जेवर निकला। यह देख दुल्हन पक्ष को गुस्सा आ गया। जल्द ही ये बात विवाद में तब्दील हो गई। जब बात बहुत आगे बढ़ गई तो दुल्हन ने खुद आगे आकर शादी करने से इनकार कर दिया। ऐसे में दूल्हे पक्ष को बिना दुल्हन की घर वापसी जाना पड़ा। बारात सुल्तानपुर के मीरपुर क्षेत्र के प्रतापपुर से आई थी।
हालांकि दुल्हन पक्ष ने वरपक्ष को यूं ही नहीं जाने दिया। उन्होंने पट्टी थाने में हुई पंचायत के बाद दूल्हे वालों से खानपान पर खर्च हुए 1.40 लाख रुपये वसूलने की बात की। इस पर लड़के वाले आधी रकम देने के लिए राजी हुए। उन्होंने लड़की वालों को मौके पर 60 हजार रुपए दिए। दस हजार रुपए बाद में देंगे ये कहकर वे चले गए।
अब यह पूरा मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। आमतौर पर जब भी दूल्हा पक्ष दुल्हन के लिए जेवर लाता है तो उसमें कम से कम 3 से 5 रकम जरूर होती है। लेकिन इस शादी में लड़के वाले सिर्फ 1 ही जेवर लाए थे। यही बात दुल्हन पक्ष को हजम नहीं हुई और मामला बढ़ता चला गया। अंत में नतीजा यही हुआ कि शादी टूट गई।
उधर थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह बताते हैं कि मैं चुनाव ड्यूटी की वजह से बाहर था। थाने पर कुछ लोग आए जरूर थे, लेकिन उनके बीच क्या निर्णय हुआ इसकी जानकारी फिलहाल मुझे नहीं है।