स्मेल और टेस्ट चला गया है तो इन 5 उपायों से वापस लाएं, कुछ ही दिनों में होगा फायदा
भारत में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस संक्रमण की वजह से कई लोगों को टेस्ट और स्मेल नहीं आ रही है। विशेषज्ञों की माने तो ऐसे लक्षण सीजनल फ्लू में भी दिखते हैं। यदि आपका मुंह का स्वाद और सूंघने की क्षमता प्रभावित हुई है तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इस बीच हम आपको कुछ घरेलू उपाय भी बता रहे हैं जो आपके ‘लॉस ऑफ स्मैल’ (Loss Of Smell) और ‘लॉस ऑफ टेस्ट (Loss Of mouth taste)’ की समस्या हल कर सकते हैं।
अजवाइन: एक रुमाल में अजवाइन डालकर उसकी पोटली बना लें। अब गहरी सांस लेते हुए इसे सूंघने की कोशिश करें। इससे न सिर्फ आपकी खोई हुई सूंघने की शक्ति लौट आएगी बल्कि एलर्जी और सर्दी-जुकाम में भी राहत मिलेगी।
लहसुन: एक ग्लास पानी में लहसुन की कुछ कलियां डालकर गर्म कर लें। अब इस पानी को पी जाएं। चाहे तो इसमें नींबू का रस भी मिलाया जा सकता है। दरअसल इस लहसुन में एंटी वायरल और इम्यून बूस्टिंग सहित कई लाभकारी तत्व होते हैं। इसके सेवन से आपके सूंघने और स्वाद की शक्ति बढ़ती है।
लाल मिर्च का पाउडर: एक कप गर्म पानी में थोड़ी सी लाल मिर्च का पाउडर एवं एक चम्मच शहद मिला लें। इस मिश्रण को पी जाएं। इससे आपकी खोई हुई सूंघने की शक्ति वापस आ जाएगी। लाल मिर्च में मौजूद कैप्साइसिन नाक को खोलने का कार्य करता है।
पुदीना: 10-15 पत्ती पुदीना ले और उसे पानी में डाल उबाल लें। अब इसमें शहद मिलाकर इसे दिन में दो बार पिएं। पुदीना एक एंटी-माइक्रोबायल की तरह कार्य करता है। इसे खाने से नाक, गला और छाती से जुड़ी बीमारियों में लाभ मिलता है। इसके अलावा ये मुंह का स्वाद वापस लौटाने में मदद भी करता है।
अरंडी का तेल: कैस्टर ऑयल यानि अरंडी के तेल को गुनगुना गर्म कर लें। अप इसकी कुछ बूंदें नाक में डालें। इससे आपकी बंद नाक भी खुल जाएगी और खोई स्मेल भी लौट आएगी। कैस्टर ऑयल में एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। सर्दी-जुकाम इसे सूंघने से लाभ होता है। यह साइनसाइटिस के दर्द और एलर्जी में भी लाभकारी होता है।
कोरोना काल में कई लोगों की स्वाद और सूंघने की शक्ति गायब हुई है। इन उपायों से आप इसे लौटाने में मदद कर सकते हैं। आमतौर पर 15 दिन से 3 महीने के बीच स्मेल और टेस्ट लौट आता है। कोरोना के अलावा इसके जाने के कई और भी कारण होते हैं। जैसे सर्दी-जुकाम, हार्मोन्स में बदलाव, दवाओं का सेवन, दांतों की समस्या और सिगरेट पीना इत्यादि।