18 साल से ऊपर के लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद न करें ये 4 काम, पड़ सकते हैं लेने के देने
कोरोना वायरस की दूसरी लहर बहुत खतरनाक साबित हो रही है। हर कोई यही दुआ कर रहा है कि उसे कोरोना न हो। अस्पतालों का हाल कैसा है ये सभी जानते हैं। ऐसे में वैक्सीन कोरोना से बचाव का सबसे बेहतर विकल्प है। अभी तक 45 साल से अधिक उम्र वालों को ही कोरोना कि वैक्सीन लगाई जा रही थी। लेकिन केंद्र सरकार की घोषणा के बाद 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र वाले भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे।
वैक्सीन को लोगों के मन में कई तरह की जिज्ञासाएं भी हैं। इसे लगाने के बाद क्या करना चाहिए और क्या करने से बचना चाहिए। राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद (एनबीटीसी) द्वारा हाल ही में वैक्सीनेशन और रक्तदान को लेकर कुछ गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार वैक्सीन लगवाने के बाद 28 दिनों तक आपको ये चार काम करने से बचना चाहिए।
ब्लड डोनैशन न करें: एनबीटीसी के अनुसार वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के बाद 56 दिनों तक रक्तदान करने से बचना चाहिए। वहीं वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद 28 दिनों तक रक्तदान नहीं करना चाहिए। इस बात की जानकारी एनबीटीसी के शासकीय निकाय की 17 फरवरी को हुई 30वीं बैठक के दौरान लिया गया था।
शराब न पिएं: कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद आपको शराब से भी दूरी बनाना पड़ेगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना का दूसरा डोज लगने के बाद अगले दौ सप्ताह शरीर एंटी बॉडी बनाता है। इसलिए बेहतर यही है कि आप कोरोना के पहले टीके के बाद से ही शराब से दूर रहना शुरू कर दें।
दूसरा डोज मिस न करें: कुछ लोगों के मन में ये भी डाउट है कि कोरोना का पहला टीका लगवाने के बाद दूसरा टीका लगवाना आखिर कितना जरूरी है। दरअसल ये दोनों ही डोज लेना आपके लिए अत्यंत आवश्यक है। आपके शरीर में कोरोना से लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता दूसरी डोज के बाद ही तैयार होगी। इसलिए दोनों डोज का लेना अतिआवश्यक है। पहले डोज के 28 दिनों बाद आप दूसरा डोज लगवा सकते हैं। बताते चलें कि दोनों ही टीके लगवाने के 2 से 3 हफ्ते बाद शरीर में एंटीबॉडी बनना शुरू होती है।
दोनों डोज लेने के बाद लापरवाही न बरतें: वैक्सीन लगवाने का यह मतलब नहीं है कि आप मास्क हटा दें और सभी सावधानियाँ भी चूल्हे में फूंक दें। कोरोना के दोनों टीके लगाने के बाद भी आपको कोरोना से समबंधित सभी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। टीका लगवाने के बाद भी आप संक्रमित हो सकते हैं। लेकिन टीके का फायदा ये होगा कि आप इतने बीमार नहीं पड़ेंगे कि अस्पताल जाने की नोबत आ जाए।