सूर्य देव कर देंगे जीवन की हर परेशानी को दूर, बस रविवार को कर दें ये उपाय
सूर्य ग्रह की स्थिति अगर कुंडली में कमजोर होती है। तो इसका सबसे बुरा असर जातक की सेहत पर पड़ता है। सूर्य ग्रह के कमजोर होने पर ऊर्जा की कमी महसूस होने लग जाती है और हर कार्य में रुकावट आने लग जाती है। इसलिए बेहद ही जरूरी है कि आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत ही बनीं रहे। हालांकि कई लोगों की कुंडली में सूर्य ग्रह काफी कमजोर होता है। ऐसे में बेहद ही जरूरी है कि इस ग्रह को मजबूत किया जाए।
अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं, जिनकी कुंडली में ये ग्रह कमजोर है। तो इस लेख को जरूर पढ़ें। क्योंकि इसके माध्यम से हम आपको सूर्य की स्थिति कैसे मजबूत की जाए और इनकी कृपा कैसे पाई जाए ये बताने जा रहे हैं।
इस तरह से करें सूर्य देव को प्रसन्न
सूर्य की स्थिति मजबूत करने के लिए रविवार के दिन इनका पूजन जरूर करें। इस दिन सूर्य देव की पूजा करते हुए इन्हें लाल रंग के फूल अर्पित करें। साथ ही अर्घ्य जरूर दें। एक तांबे के लोटे में ताजा जल भरें और इसके अंदर लाल चंदन व फूल डाल दें। आप चाहें तो जल में थोड़ा सा गुड़ भी डाल सकते हैं। अब सूर्य देव की पूजा करें और इस जल को उनकी मूर्ति के पास ही रखें। पूजा करने के बाद इस जल से सूर्य देव को अर्घ्य दे दें। बस इस बात का ध्यान रखें की अर्घ्य हमेशा उगते हुए सूर्य को दी जाती है।
ऐसी मान्यता है कि महज रविवार के दिन सूर्य को अर्घ्य देकर उनकी पूजा करने से पुण्य मिल जाता है और सूर्य देव प्रसन्न हो जाते हैं। इतना ही नहीं ऐसा करने से आर्थिक तंगी की समस्या भी दूर हो जाती है।
सूर्य देव को लाल रंग बेहद प्रिय है। इसलिए जब भी सूर्य देव की पूजा करें तो उनको लाल रंग की चीजें जरूर अर्पित करें। इसके अलावा रविवार को कुमकुम और लाल फूल मिला जल सूर्य देव के साथ ही बरगद के पेड़ पर भी चढ़ाएं। इससे भी सूर्य देव प्रसन्न होते हैं।
रविवार के दिन सूर्य देव से जुड़ा आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ भी करें। ये पाठ पढ़ने से भी रोगों से मुक्ति मिल जाती है और जीवन में जो भी परेशानियां हैं, दूर हो जाती हैं। कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करने के लिए आप रविवार को सूर्य देव का व्रत भी करें। इनका व्रत करने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है। रविवार का व्रत करते समय केवल मीठी चीजों का सेवन करें और भूलकर भी नमक न खाएं और हो सके तो इस दिन लाल रंग के वस्त्र ही धारण करें।