पति के कारण कभी मां नहीं बन पाई जया प्रदा, मजबूरी में बहन के बेटे को लेना पड़ा गोद
80 और 90 के दशक में बेहद मशहूर रही अभिनेत्री जया प्रदा ने बॉलीवुड और सियासत दोनों ही पारियों में सफ़लता हासिल की है. 3 अप्रैल 1962 को आंध्र प्रदेश के राजामुंद्री में जन्म लेने वाली जया प्रदा ने अपने दौर में एक से बढ़कर एक हिट फ़िल्में दी और इस दौरान उन्होंने हर बड़े कलाकार के साथ स्क्रीन साझा की.
जया प्रदा का असली नाम ललिता रानी रावनम है, बाद में उन्होंने अपना नाम जया प्रदा रख लिया था और फिर आगे जाकर फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ा नाम बन गया. वहीं कुछ समय बाद इस नाम ने राजनीति में भी ख़ूब धूम मचाई. जया प्रदा एक सफ़ल अदाकारा के साथ ही एक सफ़ल राजनेत्री के रूप में भी खुद को स्थापित करने में कामयाब रही है.
जया प्रदा का नाम उन अभिनेत्रियों की सूची में शामिल है जो कभी मां नहीं बन पाई. जया प्रदा अपने करियर के शिखर पर थी, तब उन्होंने फिल्म निर्माता श्रीकांत नाहटा से शादी कर ली थी. श्रीकांत नाहटा शादीशुदा थे और तीन बच्चों के पिता थे, इसके बावजूद जया प्रदा का दिल उन पर आ गया था. साल 1986 में दोनों ने सात फेरे लिए थे.
जया प्रदा श्रीकांत नाहटा की पहली पत्नी नहीं थी. श्रीकांत ने अपनी पत्नी से तलाक लिए बिना जया प्रदा से शादी की थी और ऐसे में जया प्रदा को शादीशुदा होते हुए भी उन्हें कभी पत्नी का दर्जा प्राप्त नहीं हुआ, जबकि संतान का सुख भी उन्हें नहीं मिल सका. बाद में जया प्रदा ने अपनी बहन के बेटे को गोद लिया था.
पति ने पूरी नहीं की इच्छा…
जया प्रदा के पति श्रीकांत पहले से शादीशुदा थे और उनके तीन बच्चे थे, ऐसे में वे और बच्चे नहीं चाहते थे. जया प्रदा ने अपने साक्षात्कार में कहा था कि, वो बच्चा चाहती हैं लेकिन उनके पति ऐसा नहीं चाहते हैं. इस वजह से दोनों के रिश्ते में दरार पढ़ना शुरू हो गई थी और फिर दोनों की राहें अलग हो गई. आज भी जया प्रदा अकेले ही अपना जीवन व्यतीत कर रही है.
200 से अधिक फिल्मों में किया काम…
जया प्रदा ने महज 17 साल की उम्र में ही हिंदी सिनेमा में काम करना शुरू कर दिया था. उनकी पहली फिल्म साल 1979 में रिलीज हुई थी, जिसका नाम सरगम था. जया प्रदा ने अपने करीब 30 साल के फ़िल्मी करियर में 200 से भी ज़्यादा फिल्मों में काम किया है. उन्होंने एक से बढ़कर एक शानदार फ़िल्में दी और दर्शकों के दिलों में अपनी अदाकारी और डांस के साथ ही अपनी ख़ूबसूरती से भी एक बड़ी पहचान बनाई. फिल्मों में सक्रिय रहने के दौरान ही उन्हें राजनीति ने प्रभावित किया और फिर वे अभिनेत्री से राजनेत्री भी बन गई.
ऐसा रहा राजनीतिक सफ़र…
साल 1994 में जया प्रदा के राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई. उन्होंने सबसे पहले तेलुगु देशम पार्टी का दामन थामा. फिर साल 2000 में वे समाजवादी पार्टी में आ गई. बाद में जब अमर सिंह ने सपा छोड़ी तो उन्होंने ने भी सपा से इस्तीफ़ा दे दिया. फिर वे राष्ट्रीय लोकदल पार्टी में शामिल हो गईं, लेकिन इस दौरान उन्हें चुनाव में शिकस्त झेलनी पड़ी. बाद में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और वे भारतीय जनता पार्टी में बनी हुई है.