बड़ी बहन बाथरूम में नहा रही थी, छोटी बहन ने आरा मशीन से गला काटकर दे दी जान
देशभर में सुसाइड के केस बढ़ते जा रहे हैं। आमतौर पर यही देखा जाता है कि मरने वाला फांसी लगाकर, जहर खाकर या ऊंचाई से कूदकर खुदखुशी करता है। उनकी कोशिश यही रहती है कि मौत के लिए वे सबसे कम दर्दनाक रास्ता चुने। लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक लड़की ने खुदखुशी करने का इतना दर्दनाक रास्ता चूना जिसके बारे में जान आपकी भी रूह कांप जाएगी।
मृतिका का नाम डॉली जायसवाल है। 24 साल की डॉली इंदौर के संस्कृति पार्क भंवरकुआं थाने इलाके में रहती थी। वह प्राइवेट फॉर्म भरकर सिविल इंजीनियर की पढ़ाई कर रही थी। उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं है। कुछ सालों पहले उनकी मौत हो गई थी। उसकी एक बहन है जिसका नाम मोनिका है।
जब डॉली ने आत्महत्या की तब उसकी बहन मोनिका बाथरूम में नहा रही थी। वह जैसे ही नहाकर बाहर आई तो बहन को खून से लथपथ हालत में देख चौक गई। डॉली के पास आरा मशीन भी थी। उसने इसी से अपना गला कट आत्महत्या की थी।
बहन को इस हालत में देख मोनिका ने तुरंत अपने पापा ओमप्रकाश को फोन लगाया। वे एसी रिपेयरिंग और इंस्टालेशन का काम करते हैं। बेटी का कॉल आते ही वे फौरन घर आए और खून से सनी डॉली को हॉस्पिटल ले गए। यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डॉली के पिता बताते हैं कि उसने सुबह ही मुझे चाय पिलाई थी। घर में फर्नीचर का काम चल रहा था। मजदूर अपनी आरा मशीन वहीं रखकर कुछ सामान लेने बाजार गया था। मैं भी अपनी साइट पर गया हुआ था। मुझे गए 30 मिनट ही हुए कि बेटी मोनिका का कॉल आया। उसने बताया कि डॉली कट गई है। पहले मुझे लगा कि उसका पांव आरा मशीन पर आ गया होगा और थोड़ी बहुत चोट आई होगी।
बताया जा रहा है कि डॉली को माइग्रेन की शिकायत भी थी। वह बीते कुछ दिनों से काफी तनाव में थी। हालांकि उसने यह सुसाइड क्यों किया इस बात की फिलहाल जानकारी नहीं लग पाई है। पुलिस को भी प्राथमिक जांच में ये आत्महत्या ही लग रही है। डॉली के आसपास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।
इस पूरी घटना ने आसपास के इलाके में भी दहशक पैदा कर दी है। हर कोई यही बात कर रहा है कि इतनी अच्छी लड़की ने आखिर क्यों इतने दर्दनाक तरीके से मौत को गले लगा लिया। जिसने भी इस बारे में सुना उसे अपने कानों पर यकीन नहीं हुआ।
वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है?