किडनेपर कोर्ट में बोला ‘मां के कहने पर किया बेटे का अपहरण’, दो दिन बाद महिला ने कर ली खुदखुशी
एक मां अपने बेटे से सबसे अधिक प्यार करती है। ऐसे में यदि उसके ऊपर बेटे की किडनेपिंग का झूठा आरोप लग जाए तो आप सोच ही सकते हैं उसके दिल पर क्या बितती होगी। बस ऐसा ही कुछ ग्वालियर के जनकगंज थानाक्षेत्र स्थित हारकोटा सीर में रहने वाली 28 वर्षीय प्रियंका उर्फ संगीता (पति जीतू उर्फ जितेन्द्र कुशवाह) के साथ हुआ।
प्रियंका का 9 साल का बच्चा दो दिन पहले किडनेप हो गया था। जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा तो उसमें से एक ने कहा कि उसने यह किडनेपिंग बच्चे की मां प्रियंका के कहने पर की थी। हालांकि पुलिस जांच में इस बात के कोई सबूत नहीं निकले और प्रियंका को बेकसूर करार दिया गया। लेकिन इस वजह से उसकी काफी बदनामी हुई। बेटे की किडनेपिंग के आरोप की यह बदनामी मां सहन नहीं कर सकी और उसने बुधवार सुबह फांसी लगा ली।
महिला ने फांसी तब लगाई जब उसका पति बेटे को स्कूल ले जा रहा था। बच्चे की परीक्षा चल रही थी। वह कुछ सामान लेने दूसरी मंजिल पर गया। इस बीच प्रियंका ने कमरे में खुद को कैद पर पंखे पर झूल फांसी लगा ली। जब पति नीचे आया तो देखा की उसकी पत्नी फंदे पर लटकी दर्द से तड़प रही है। पति ने दरवाजे की कुंडी तोड़ तुरंत रस्सी काटी और वाइफ को अस्पताल ले गया। हालांकि यहां उसने दम तोड़ दिया।
फिलहाल जनकगंज थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया है। अभी महिला के सुसाइड करने के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन माना यही जा रहा है कि महिला ने बदनामी से तंग आकार खुदखुशी की है। बच्चे कृष की किडनेपिंग सोमवार दोपहर 3 बजे हुई। तब वह कोल्डड्रिंक लेने घर से निकला था लेकिन वापस नहीं आया। जब परिजनों ने पुलिस में शिकायत करने गए तो पिता के फोन पर कॉल आया कि अपने बेटे को जिंदा देखना है तो 5 लाख रुपए का इंतजाम कर लो।
हालांकि पिता ने पुलिस को सब बता दिया और जल्द ही आरोपी (मोहन कुशवाह उर्फ मोनू, किशन पाल और दामोदर कुशवाह) पकड़े भी गए। इनमें से दामोदर बच्चे की मां प्रियंका के पड़ोस में रहता है। उसने कोर्ट में कहा कि बच्चे की मां ने ही उसे यह किडनेपिंग करने को कहा था। इसके बाद पुलिस ने महिला से कई बार पूछताछ की लेकिन बाद में सबूत न मिलने पर क्लीनचिट दे दी। हालांकि अपनी बेइज्जत महसूस कर रही प्रियंका ने खुदखुशी कर ली। बताया जा रहा है कि बुधवार आत्महत्या करने के पहले मगलवार रात को उसने खाना भी नहीं खाया था।