Breaking news

रेड मारने दरवाजे पर खड़ी थी एंटी करप्शन ब्यूरो, तहसीलदार ने चूल्हे में फूंक दिए 20 लाख रुपए

रिश्वत लेना आज भी देश में बहुत बड़ी समस्या है। अब राजस्थान के सिरोही जिले की इस घटना को ही ले लीजिए। यहां बुधवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को एक चौकाने वाला नजारा देखने को मिला। टीम पिंडवाड़ा के तहसीलदार के कल्पेश जैन के घर पर छापेमारी गई थी। लेकिन जब कल्पेश को इसकी भनक लगी तो वह 20 लाख रुपये की राशि घर के चूल्हे में जलाने लगा। इस पूरी घटना को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कैमरे में कैद कर लिया। अब इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम आरोपी कल्पेश के दरवाजे पर खड़ी है। दरवाजा लॉक है और कल्पेश चूल्हे में अपने भ्रष्टाचार के नोट फूंके जा रहा है। इस काम में उसकी पत्नी भी पूरा साथ देती है। हम वीडियो में एक व्यक्ति को सुन सकते हैं जो बोलत है ‘मैडम आप भी इस तरह से साथ दे रही हैं, यह अच्छी बात नहीं है।’

गौरतलब है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने पिंडवाडा के राजस्व निरीक्षक परबत सिंह एक लाख की रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया था। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने यह रिश्वत की रकम पिंडवाड़ा के तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन के लिए ली थी। इसके बाद ही ब्यूरो की टीम तहसीलदार के आवास स्थल पर उसे गिरफ्तार करने पहुंची थी लेकिन उसने घर का दरवाजा लॉक कर किचन के चूल्हे में 15-20 लाख रुपये जला डाले। इनमें सभी 500 रुपये के नोटों की गड्डियां थी।

ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने इस मामले पर प्रकाश डाल। उन्होंने बताया कि आरोपी तहसीलदार कल्पेश जैन ने परिवादी से पिंडवाडा में प्राकृतिक पैदावार आवंला छाल का ठेका दिलवाने के लिए एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। ये रिश्वत वह राजस्व निरीक्षक परबत सिंह के माध्यम से मंगवा रहा था। आरोपी परबत सिंह ब्यूरो टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। गिरफ्तार होने के बाद उसने बताया कि वह तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन के कहने पर यह रिश्वत ले रहा था।

ब्यूरो टीम ने आरोपी के घर घुसने के लिए लोकल पुलिस की हेल्प ली। उन्होंने तहसीलदार के घर से पचास हजार रुपए जब्त भी किए। इसके बाद आरोपी तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन को गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल उसके अन्य निवास एवं अन्य ठिकानों पर तलाशी चल रही है।

यहां देखें वीडियो:


वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है?

 

Back to top button