दूल्हे ने लौटाए दहेज में मिले 11लाख रुपए, बोला- इतनी अच्छी बीवी मिली है, पैसे मैं खुद कमा लूंगा
जब भी शादी की बात निकलती है तो लड़की का बाप दहेज की टेंशन लेने लगता है। वहीं कुछ दहेज लोभी लोग भी शादी के बदले भर भर के पैसा वसूलने से बाज नहीं आते हैं। दहेज की वजह से कई बार घर की बहू को प्रताड़ित और यहां तक कि मार भी दिया जाता है। लेकिन हर किसी की सोच ऐसी नहीं होती है। कुछ लोग दहेज के सख्त खिलाफ होते हैं। फिर दुल्हन पक्ष अपनी मर्जी से दहेज क्यों न दें, वे इसे लेने से इनकार कर देते हैं।
अब राजस्थान में हुई इस शादी को ही ले लीजिए। यहां दूल्हे ने दहेज में मिले 11 लाख रुपए लड़की के पिता को लौटा दिए। उसने कहा कि जब मुझे पढ़ी लिखी दुल्हन मिल गई है तो इसकी क्या जरूरत है। पैसा तो मैं खुद भी कमा सकता हूं। दूल्हे के मुंह से निकले ये वाक्य सुन दुल्हन खुशी से झूम उठी। वहीं शादी में आए मेहमान कहने लगे कि भगवान ऐसा परिवार सबको दें।
दरअसल यह पूरा मामला राजस्थान के पाली का है। यहां 15 मार्च को जयपुर सिरसी रोड निवासी नरेंद्र सिंह शेखावत पुत्र रघुवीर सिंह शेखावत बारात लेकर आए थे। उनकी शादी रणवी गांव निवासी शिवपाल सिंह चापावत की बेटी दिव्या कंवर से तय हुई थी। इस शादी में दूल्हे नरेंद्र सिंह शेखावत को टीका रश्म के दौरान दुल्हन के पिता ने 11 लाख रुपए दिए। हालांकि समाज के सभी लोगों की उपस्थिति में उन्होंने सादरपूर्वक यह पैसे लौटा दिए।
दूल्हे ने कहा कि मुझे इतनी पढ़ी लिखी और समझदार पत्नी मिली है। उसमे मेरे परिवार का मान बढ़ाने के सभी गुण हैं। इसलिए मुझे इन पैसों की कोई जरूरत नहीं है। बताते चलें कि दुल्हन दिव्या कंवर एमए कर चुकी हैं। इन दिनों वे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। वहीं दूल्हा नरेंद्र सिंह शेखावत एलएनटी सूरत में काम करता है।
दिलचस्प बात ये भी रही कि जब दूल्हे ने दहेज में मिले 11 लाख रुपए लौटाए तो उनके पिता सेवानिृत्त सोल्जर रघुवीर सिंह शेखावत ने भी इसका समर्थन किया। वे सेवानिृत्त सोल्जर हैं। उन्हें अपने बेटे के फैसले पर गर्व हुआ। यह घटना अब पूरे गाँव में चर्चा का विषय भी बनी हुई है। हर कोई दूल्हे की तारीफ कर रहा है।
इस बात में कोई शक नहीं कि दूल्हे ने दहेज के 11 लाख रुपए लौटकर एक मिसाल कायम की है। इससे और भी लोग दहेज न लेने के लिए प्रेरित होंगे। यदि आपको भी दूल्हे का यह काम पसंद आया तो इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें। इससे वे भी दहेज लेने के पहले दस बार सोचेंगे।