इस शहर में हर शनिवार साइकिल से सफर करेंगे लोग, नहीं होगा कार का इस्तेमाल
भारत की हवा अब पहले जैसी शुद्ध नहीं रही है। यहां की हवा में प्रदूषण की मात्रा बहुत अधिक हो गई है। इस वायु प्रदूषण की वजह से लोगों में सांस की समस्या, हार्ट अटैक, अस्थमा इत्यादि बीमारियां बढ़ने लगी है। एक रिसर्च के अनुसार भारत में वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण यहां सड़कों पर दौड़ती गाड़ियां हैं। इनसे निकला धुआँ वातावरण को प्रदूषित करता है।
एक स्टडी ये भी दावा करती है कि दुनिया में तीन में से एक व्यक्ति घर के अंदर और बाहर असुरक्षित हवा में सांस ले रहा है। ऐसे में हवा को सुरक्षित बनाने के लिए हर इंसान को अपने लेवल पर कदम उठाने होंगे। झारखंड सरकार ने तो इस पर काम भी शुरू कर दिया है। यहां के सरकारी विभाग ने फैसला किया है कि शनिवार के दिन कोई भी कार नहीं चलाएगा।
रांची में अब हर शनिवार मंत्री से लेकर सभी सरकारी कर्मचारी ऑफिस पहुंचने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करेंगे। इसे ‘नो कार शनिवार अभियान’ नाम दिया गया है। रांची नगर निगम ने इसकी शुरुआत की है। इस अभियान में शहर के सभी बड़े मंत्री भी शामिल होंगे।
इस अभियान को सपोर्ट करते हुए झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख अपने घर से विधानसभा तक 15 किलोमीटर साइकिल चलाकर सफर करते हुए दिखे। इतना ही नहीं इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विधायकों, सचिवों और अधिकारियों को पत्र भेज शनिवार को साइकिल चलाने का अनुरोध भी किया गया।
उधर रांची नगर आयुक्त मुकेश कुमार मोराबादी मैदान तक साइकिल चलाकर पहुंचे। वे बताते हैं कि अब शहर के लाखों लोग भी हर शनिवार इस अभियान में शामिल होंगे। कृषि मंत्री ने ये भी बताया कि राज्य के युवा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी जल्द इस अभियान का हिस्सा बनेंगे। इस तरह आम जनता को एक अच्छा संदेश दिया जाएगा कि वे सप्ताह में एक दिन साइकिल से सफर करें।
नगर आयुक्त मुकेश कुमार बताते हैं कि आने वाले दिनों में हम सभी को साइकिल पर ही सफर करना है। अब जब हमे आने वाले पांच सालों में साइकिल पर आना ही है तो क्यों न इसकी शुरुआत आज से ही कर दें। रांची में तो इसकी शुरुआत हो गई है। यह रांचीवासियों के लिए गर्व की बात है।
रांची नगर निगम द्वारा चलाया जा रहा ये अभियान सच में बहुत अच्छा है। इसी तरह के अभियान पूरे देश में चलने चाहिए। यदि हम सभी हफ्ते में एक दिन पेट्रोल डीजल वाली गाड़ी की बजाय साइकिल से सफर करना शुरू कर दें तो पर्यावरण पर इसका बहुत अच्छा असर पड़ेगा।