बूढ़े पिता के साथ रोज समय बीता सके इसलिए अस्पताल में नौकरी करने लगी बेटी, स्टोरी रुला देगी
एक बच्चे को अपने माता पिता से सबसे अधिक मोहब्बत होती है। वह उनके लिए कुछ भी कर सकते हैं। अपने माता पिता को खो देने की बात सोचने मात्र से उनका दिल उदास हो जाता है। इस कोरोना काल में कई लोगों ने अपने चाहने वालों को खोया है। यह वायरस ही ऐसा है कि बहुत से लोग अस्पताल में दम तोड़ गए लेकिन उन्हें देखने के लिए अंतिम समय में कोई मौजूद नहीं हो सका। आज भी जब कोरोना का कोई मरीज अस्पताल मैने एडमिट होता है तो उसके परिजनों की एंट्री पर बैन होता है।
ऐसे में Lisa Racine नाम की एक महिला ने अपने 87 वर्षीय पिता को देखने के लिए अस्पताल में पार्ट टाइम जॉब करना ही स्टार्ट कर दिया। यह महिला एक प्रिंटिंग कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर है। लेकिन हाल ही में उसने Minnesota के Stillwater Facility में पार्ट टाइम जॉब स्टार्ट की है। इस महिला के 87 वर्षीय पिता अस्पताल में एडमिट हैं। वह उनके साथ समय बिताना चाहती है।
वे बताती हैं कि मैन सुबह जल्दी से अपनी दिनचर्या स्टार्ट कर देती हूँ। मैन समय से पहले आ जाती हूँ। अपने पिता को देखती हूँ, उन्हें खान परोसती हूँ और फिर दोबारा जाकर उन्हें देखती हूँ। जब मेरी शिफ्ट खत्म होती है तो फिर उनसे मिलती हूँ। महिला को अस्पताल में कपबोर्ड्स और रेफ्रिजरेटर का स्टॉक भरना, बर्तन धोना, फर्श साफ करना, फुड सर्व करना, खाना खाने के बाद टेबल साफ करना इत्यादि काम करने पड़ते हैं।
महिला अपने पिता को देखने और उनके साथ ज्यादा से ज्यादा टाइम बिताने के लिए इतनी मेहनत करती है। इसके पहले वह मजबूरी में खिड़की से झांका कर पिता को देखा करती थी। एक बेटी को अपने पिता से कितना लगाव होता है इसका अंदाजा हम इसी बात से लगा सकते हैं। यह स्टोरी पर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल भी हो रही है। जिसने भी इसके बारे में पढ़ा उसकी आंखें नम हो गई।
गौरतलब है कि इस कोविड-19 की सिचूऐशन में बहुत से लोग अपने चाहने वालों से अस्पताल में मिल नहीं पा रहे हैं। कइयों ने तो अंतिम समय में अपने चाहने वालों की शक्ल तक नहीं देखी है। ऐसे में इस बेटी द्वारा किया गया काम सराहनीय है। वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं। क्या आप ने इसके पहले कभी कोई ऐसी स्टोरी पढ़ी है? क्या आपके किसी रिश्तेदार के साथ ऐसा हुआ है।
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