जिस मुस्लिम नेता ने की भारत के 50 करोड़ हिन्दुओं के मरने की दुआ, कांग्रेस उसी के साथ लड़ेगी चुनाव
पश्चिम बंगाल में आगामी माहों में चुनाव होने वाले है. इसके चलते हर पार्टी यहाँ पर सक्रिय होती नज़र आ रही है. यहाँ बीजेपी और ममता दीदी की तृणमूल में जबरदस्त मुकाबला होने वाला है. इसी बीच इन चुनाव में अपनी साख बचने के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने इंडियन सेकुलर फ्रंट से गठबंधन कर लिया है. इस गठबंधन के बाद से ही कांग्रेस देश में घिरती हुई नज़र आ रही है.
कांग्रेस को खुद ही अपनी पार्टी के नेता भी नहीं छोड़ रहे है. पार्टी के ही सीनियर नेता आनंद शर्मा की ओर से भी पार्टी के इस निर्णय पर सवाल उठाये गए है. अब सोशल मीडिया पर पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के कई विवादित बयान वायरल हो रहे हैं. उनके इन बयानों से अब कांग्रेस भी बैकफुट पर आ गई है. विवादित नेता पीरजादा अब्बास सिद्दीकी ने पिछले साल एक बयान में कहा था, “अल्लाह भारत में एक इस तरह का वायरस भेज दे, जहां 10, 20 या फिर 50 करोड़ भारतीयों को खत्म कर दे. हम मुस्लिम हैं और हर दिन नमाज पढ़ते हैं तो फिर कोरोना हमारा कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता.’
इतना है नहीं मंगलवार को एक निजी न्यूज़ चैनल पर डिबेट के दौरान उन पर इस मसले को लेकर सवाल उठाया गया तो कांग्रेस के प्रवक्ता उनका बचाव करते नज़र आए. उन्होंने कहा इस पार्टी का नाम ही इंडियन सेकुलर फ्रंट है. ऐसे में उन्हें सांप्रदायिक नहीं माना जा सकता है. इसके आगे कांग्रेस प्रवक्ता अंशुल अविजीत ने कहा कि वह कट्टर नेता नहीं हैं और गठबंधन के बाद से उन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है. जिस तरह से कांग्रेस इस नेता का बचाव कर रही है. उससे कांग्रेस देश में और घिरती जा रही है.
इस कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, मजार और पीर का बंगाल में एक काफी पुराना इतिहास रहा है. यदि वह मौलाना हैं तो इसमें गलत बात तो कुछ नहीं है. इतना ही नहीं पीरजादा अब्बास सिद्दीकी का एक और विवादित वीडियो वायरल किया जा रह है, जिसमें उन्हें यह कहते हुए साफ़-साफ़ सुना जा सकता हैं, “यह पश्चिम बंगाल है. यहां मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं है। यदि ये लोग सत्ता में आ जाएंगे तो हमारी औरतों के साथ बलात्कार जैसी घटना करेंगे.’
गौरतलब है कि अब्बास सिद्दीकी की पार्टी से गठबंधन को लेकर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के सीनियर नेता आनंद शर्मा ने कहा था कि यह पार्टी के सेकुलरिज्म के सिद्धांतों और इतिहास के बिलकुल ही खिलाफ है. उनके इस बयान पर कांग्रेस में ही दो फाड़ होते नज़र आ रही है. उनके बयान देने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन पर पलटवार करते हुए कहा था कि वह बीजेपी के बोलने पर काम करते है.
पीरज़ादा अब्बास सिद्दीकी और कांग्रेस के बीच हुए इस गठबंधन को लेकर वामदलों में भी अब नहीं बन रही है. अब्बास सिद्दीकी के साथ मिलकर जो रैली होने वाली थी, उस रैली से फॉरवर्ड ब्लॉक अलग हो गया था. ज्ञात हो कि इस पार्टी का गठन भारत के क्रांतिवीर सुभाष चंद्र बोस ने किया था. कांग्रेस ने कहा है कि अब्बास सिद्दीकी के जो वीडियो वायरल हो रहे है वो डॉक्टर्ड वीडियो हैं. मतलब की एडिड किये हुए.