प्रेमी जोड़े की पुलिस ने कराई शादी, थाने में ही लिए सात फेरे, जानिये क्या थी मजबूरी
आजकल के समय में ऐसे बहुत से लड़का-लड़की हैं जो अपने मनपसंद साथी से प्रेम विवाह करना चाहते हैं। प्रेम विवाह दो व्यक्तियों के आपसी प्रेम, परवाह ,आकर्षण और वादे से हुए मेल को कहा जाता है। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं प्रेम विवाह हमारे देश में करना कितना मुश्किल है। प्रेम विवाह करने के लिए हमें बहुत सारे लोगों को मनाना पड़ता है और उनको समझाना पड़ता है। अगर हम किसी तरह परिवार को मनाने में सफल हो भी जाते हैं तो कोई ना कोई प्रेम विवाह से नफरत करने वाला बीच में आ ही जाता है।
वैसे देखा जाए तो हर परिवार में कोई ना कोई ऐसा जरूर होता है जो प्रेम विवाह के बिलकुल खिलाफ होता है और दूसरों की खुशी में दखल देने की आदत होती है। अगर किसी लड़का-लड़की का दिल एक-दूसरे पर आ गया है और उनके विवाह के लिए परिवार के लोग सहमत नहीं है तो ऐसी स्थिति में बहुत सी बातें होने लगती हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई बार ऐसा भी होता है कि मामला पुलिस तक भी पहुंच जाता है परंतु आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसमें खुद पुलिस ने प्रेमी जोड़े की शादी कराई है।
खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि एक प्रेमी जोड़े के लिए पुलिस मसीहा बनकर सामने आई है। दरअसल, बिधनू पुलिस प्रेमी जोड़े के विवाह की साक्षी बनी है। पुलिस ने ना सिर्फ प्रेमी जोड़े का विवाह कराया बल्कि दोनों के परिवार वालों को भी इस शादी के लिए मना लिया। बिधनू थाना के प्रभारी ने पुरोहित की मौजूदगी में थाने में ही विधि-विधान पूर्वक प्रेमी जोड़े का विवाह कराया।
बिधनू थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह का ऐसा बताना है कि 22 वर्षीय प्रदीप कुमार रामखेड़ा गांव का निवासी है, जो शटरिंग का कार्य करता है। प्रदीप कुमार लगभग 10 महीने पहले हाजीपुर गांव में शटरिंग लगाने के लिए गया हुआ था। तभी वह 21 वर्षीय रोमी से प्यार करने लगा। यह दोनों ही एक दूसरे से प्यार करने लग गए थे। लगभग 4 महीने बाद इन दोनों के विवाह की बात चली थी परंतु इन दोनों के विवाह पर परिजन बिल्कुल भी सहमत नहीं थे। अंतरजातीय होने की वजह से इस विवाह का विरोध किया गया।
ऐसा बताया जा रहा है कि यह प्रेमी जोड़ा इसके बाद भी लगातार मिलता रहा था। आखिर में उन्होंने करीब एक सप्ताह पहले ही घर से भागने का फैसला कर लिया और यह दोनों घर से भाग गए। तब लड़की के पिता होरीलाल ने थाने में जाकर इसकी रिपोर्ट लिखवाई। जैसे ही पुलिस को इसकी सूचना मिली, उन्होंने खोजबीन चालू कर दी और मंगलवार को पुलिस ने दोनों को खोज निकाला और उन्हें थाने लाया गया।
जब पुलिस को इस बात की जानकारी हुई कि लड़का और लड़की दोनों ही बालिग हैं और वह शादी करना चाहते हैं तो पुलिस ने भी उनके विवाह के फैसले को स्वीकार कर लिया। तब थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने लड़का और लड़की के परिजनों को शादी के लिए समझाया और आखिर में थाना प्रभारी परिवार वालों को मनाने में सफल हो गए।
महिला पुलिसकर्मियों ने लड़की को ब्यूटी पार्लर ले जाकर तैयार करवाया। इसके बाद थाने के अंदर ही विवाह के मंत्र पढ़े गए और दोनों ने एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाई। इसके बाद पुलिस ने सभी लोगों का मुंह मीठा कराया। इसके बाद लड़के की तरफ से आए लोग दुल्हन को थाने से ही विदा करके घर ले गए। तनावपूर्ण माहौल में अचानक ही खुशियां छा गयीं और सभी की रजामंदी से यह विवाह संपन्न हुआ।