इसरो ने बताया ये कारण, अंतरिक्ष में क्यों भेजी गई पीएम मोदी की तस्वीर और भगवद् गीता
आज भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने श्रीहरिकोटा से पी.एस.एल.वी.-सी 51 (PSLV- C51) के जरिए 19 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा है। जिसमें ब्राजील देश का भी एक उपग्रह है। जिसका नाम Amazonia-1 है। इसके अलावा इसरो ने इस बार अपने PSLV- C51 रॉकेट के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर और भगवद् गीता भी अंतरिक्ष में भेजी है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर क्यों इसरो द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर और भगवद् गीता अंतरिक्ष में भेजी गई है।
दरअसल सतीश धवन सैटेलाइट के शीर्ष पैनल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी है और प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ आत्मनिर्भर मिशन ’शब्द लिखा गया है। इस सैटेलाइट को इसरो के लिए स्पेस किड्ज इंडिया ने विकसित किया है और स्पेस किड्ज इंडिया इस सैटेलाइट के जरिए अंतरिक्ष में रेडिएशन पर रिसर्च करेगा। ये कदम पीएम की आत्मनिर्भर पहल के तहत उठाया गया है। इसलिए इस सैटेलाइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर उकेरी गई है।
#WATCH ISRO’s PSLV-C51 carrying Amazonia-1 and 18 other satellites lifts off from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota pic.twitter.com/jtyQUYi1O0
— ANI (@ANI) February 28, 2021
वहीं इस सैटेलाइट के साथ भगवदगीता भी अंतरिक्ष में भेजी गई है। भगवत गीता को अंतरिक्ष ले जाने का सुझाव स्पेस किड्ज इंडिया के सीईओ डॉ. श्रीमति केसन ने दिया है। इन्होंने अपने इस कदम के पीछेे का कारण बताते हुए कहा कि दुनिया के अन्य अंतरिक्ष मिशन द्वारा पवित्र पुस्तकों जैसे- BIBLE को अंतरिक्ष भेजा गया है। तो ऐसे में भारत क्यों पीछ रहे। इसलिए हमने भी भागवत गीता को अंतरिक्ष ले जाने का विचार किया है।
ISRO launches PSLV-C51 carrying Amazonia-1 and 18 other satellites from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota pic.twitter.com/3bInFiKhje
— ANI (@ANI) February 28, 2021
आपको बता दें कि भारत का ये साल 2021 का पहला अंतरिक्ष अभियान है। जो की सफल रहा है और इस मिशन के तहत 637 किलोग्राम वजनी अमेजोनिया-1 को भी अंतरिक्ष में भेजा गया है। जो कि ब्राजील का पहला उपग्रह है, जिसे भारत से प्रक्षेपित किया गया है। अमेजोनिया-1 की मदद से अमेज़न क्षेत्र के वनों पर नजर रखी जा सकेगी।