सोयाबीन आपको प्रोटीन और पोषक तत्व तो देगा, लेकिन आपसे आपकी मर्दानगी भी छीन सकता है
सोयाबीन एक ऐसा अनज़ा जो बेहद ही काम का होता है. इसका हर हिस्सा काम में आता है. यह जगजाहिर है कि यह कितने पोषक तत्वों से भरपूर होता है. सोयाबीन प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत होता है. सोयाबीन एक ऐसी चीज है जिसे लोग चावल या रोटी-पराठे दोनों के साथ खा सकते है. इसमें मिनरल्स के अलावा, विटमिन बी कॉम्प्लेक्स और विटमिन ए भी भरपूर मात्रा में मौजूद रहता है. इसी वजह से जिम करने वाले लोग भी प्रोटीन के सेवन के लिए सोयाबीन को सबसे अच्छा स्त्रोत मानते है.
सोयाबीन को लोग तरह-तरह से खाते हैं. सोयाबीन को सब्जी या परांठे के रूप में भी सेवन किया जाता है. इसके कटलेट या फिर इसे दूध में डालकर भी खाया जाता है. सोयाबीन के स्नेक्स भी बाजार में काफी मात्रा में उपलब्ध रहते है. सोयाबीन में प्रोटीन के अलावा फाइटोएस्ट्रोजन्स, फाइबर और मिनरल्स भी होते है. इसमें सैचरेटेड फैट की मात्रा भी कम होती है.
सोयाबीन के अन्य गुणों की बात करे तो इसमें कलेस्ट्रॉल और लैक्टोस नहीं होता. इसलिए यह सेहत के लिया काफी फायदेमंद होता है. सोयाबीन में कॉपर, पोटेशियम, आयरन, मैंगनीज, फॉसफोरस, जिंक और सेलेनियम भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
जानिए सोयाबीन के नुकसान
सोयाबीन बेशक प्रोटीन का एक बेहतर स्त्रोत है. यह शरीर को कई तरह के पोषक तत्व भी देता है. लेकिन यह आपसे कुछ ऐसा छीन सकता है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं सकते. कई मामलों में यह बेहद ही हानिकारक होता है.
सोयाबीन को खाने से सबसे अधिक एलर्जी की समस्या होती है. सोयाबीन खाने से महिलाओं को हॉर्मोन से जुडी हुई कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. सोयाबीन में मौजूद कम्पाउंड फीमेल हॉर्मोन एस्ट्रोजन की कॉपी करने लगता है. सोयाबीन के ज्यादा खाने से पुरुषों में भी स्पर्म काउंट की भारी कमी आ जाती है. सोयाबीन में मौजूद ‘ट्रांस फैट’ के कारण मोटापा बढ़ने लगता है. हृदय से संबंधित बीमारी वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए. माइग्रेन और थायराइड वालों को भी सोयाबीन से दूर रहना चाहिए.
सोयाबीन के कुछ अन्य फायदें
सोयाबीन हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है. महिलाओं को अक्सर घुटनों और कमर के दर्द की शिकायत रहती है, अगर वह सोयाबीन का सीमित मात्रा में सेवन करे तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है. सोयाबीन में कैल्शियम, मैग्निशियम और कॉपर जैसे तत्व भरपूर रहते हैं, इसलिए यह हड्डियों को मजबूत बनाने में काफी कारगर होता है. सोयाबीन बर्थ डिफेक्ट्स को भी दूर करने में मददगार होता है. साथ ही यह भ्रूण के मानसिक विकास में भी मदद करता है. गर्भवती महिलाओं को सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए. इसके अलावा यह कई प्रकार के कैंसर से भी बचाव करता है.