भारत में WhatsApp की दादागिरी ख़त्म समझो, अब सन्देश से सन्देश भेजे वो भी अपनी प्राइवेसी के साथ
टेक्नोलॉजी ने अगर इंसान की जिंदगी को आसान बनाया है तो उसके साथ कई खामियां भी दी है. हम बात कर रहे एंड्राइड मोबाइल और दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले ऐप whastapp के बारे में. इन दिनों WhatsApp अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर दुनिया भर में मुद्दा बना हुआ है. कई देशों में WhatsApp की पॉलिसी का विरोध किया जा रहा है.
इन देशों में भारत भी शामिल है. WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के जरिये कंपनी कभी भी आपके डाटा में सेंध लगा सकती है. आपका डाटा सार्वजनिक हो सकता है. WhatsApp इस बारे में लगातार सफाया भी दे रहा है. आम यूज़र्स के साथ-साथ सरकार भी इस नई पॉलिसी से परेशान है. अब भारतीय सरकार ने WhatsApp को सबक सीखने के लिए नया रास्ता ढूंढ निकाला है.
भारत की केंद्र वाली नरेंद्र मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर बनते हुए देश का अपना खुद का मैसेजिंग ऐप (Messaging App) लॉन्च कर दिया है. हालिया यह ऐप फिलहाल सरकारी कर्मचारी द्वारा इस्तेमाल में लिया जा रहा हैं. इसकी बग और एरर जैसी तमाम चीजे ख़त्म हो जाने के बाद इसे जल्द ही आम यूजर्स के लिए लॉन्च कर दिया जाएगा.
ऐप का नाम है सन्देश
केंद्र सरकार ने डेटा चोरी और प्राइवेसी को पुख्ता बनाने के लिए नई एप्लीकेशन सन्देश लॉन्च की है. एक निजी रिपोर्ट के मुताबिक सन्देश WhatsApp की तरह ही एक मेसेजिंग ऐप है. हालिया इसे सरकारी कर्मचारियों के लिए इस्तेमाल करने को दिया गया है. इस ऐप को Government Instant Messaging Systam (GIMS) भी कहा जा रहा है. जानकारी के मुताबिक इस ऐप को आप gims.gov.in से एक्सेस कर सकते है. हालिया अभी देश के आम लोगों के लिए इसे इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है.
अगर आप इस समय इसकी साइड पर जाकर क्लीक करते है तो, आपको ‘This authentication method is applicable for authorised government officials’का मैसेज देखने को मिलेगा. जानकारी के मुताबिक इसे जल्द ही आम लोगों के लिए भी एक्सेस दिया जायेगा.
दोनों प्लेटफार्म पर यह कमा करता है.
संदेश ऐप Adroid और iOS दोनों ही प्लेटफार्म पर काफी अच्छे तरीके से काम करता हैं. जारी की गई रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह ऐप Adroid और iOS ऑपरेटिंग सिस्टम के सपोर्ट के साथ तैयार किया गया है. इस ऐप को नए मॉर्डन चैटिंग ऐप्स जैसा ही डिज़ाइन किया गया है. चैटिंग ऐप में वॉयस और डेटा को भी भेजा जा सकता है. हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि इसमें WhatsApp की तरह अन्य फीचर्स होंगे या नहीं.
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से डेटा चोरी को लेकर कई मामले सामने आए हैं. इससे बचने के लिए केंद्र सरकार तमाम इंटरनेट कंपनियों को भारत में अपना सर्वर लगाने के लिए बोल रही हैं. मगर इस और किसी भी कंपनी ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया है. इसी के बाद से केंद्र सरकार आम लोगों की निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए सख्त हुई है.