बचपन के तीनों दोस्त एकसाथ हुए भगवान को प्यारे, देर रात यह गलती करना बना मौत की वजह
ट्रैफिक नियम जनता की भलाई के लिए ही बनाए जाते हैं। सरकार और ट्रैफिक अलग अलग माध्यमों से जनता को इनका पालन करने के लिए कहती है। लेकिन लोग है कि ये बात समझते ही नहीं है। एक बाइक पर तीन की सवारी और बिना हेलमेट बाइक राइडिंग अब बहुत आम बात हो गई है। लेकिन कभी कभी ट्रैफिक नियमों को तोड़ने की गलती आपकी जान तक ले लेती है। अब राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में हुए इस भयानक हादसे को ही ले लीजिए।
बीते रविवार की बात है। चित्तौड़गढ़-भीलवाड़ा फोरलेन हाईवे पर देर रात बचपन के तीन दोस्त एकसाथ दुनिया को अलविदा कह गए। ये तीनों भीलवाड़ा के रहने वाले थे और एक ही बाइक पर सवार होकर चित्तौड़गढ़ से आ रहे थे।बताया जा रहा है कि इनकी बाइक बहुत स्पीड से जा रही थी। तभी इनकी बाइक एक ट्रॉले से जा टकराई और इनका भयानक एक्सीडेंट हो गया। एक लड़के ने तो मौके पर ही प्राण त्याग दिए जबकि अन्य लड़का और एक लड़की ने हॉस्पिटल में दम तोड़ा। यह तीनों बचपन के दोस्त बताए जा रहे हैं। इनकी मौत से परिवार में दुख का माहोल है।
हादसे में मारे गए इन तीनों दोस्तों की उम्र 22 से 25 साल के बीच थी। इनमें लड़की का नाम शहजाद बानो उर्फ खुशबू था। वह एक एंकर थी। शादी और अन्य इवेंट्स में जाकर एंकरिंग करती थी। वहीं उसका दोस्त वीरेंद्र डीजे था। तीसरे लड़के का नाम आशीष था, वह भी इन दिनों के साथ ही रहता था। ये तीनों अक्सर एकसाथ समारोह में जाया करते थे।
सोमवार को पुलिस ने इन तीनों का शव बरामद कर उसे उदयपुर की मोर्चरी में भिजवा दिया। शादी में डीजे लगाने वाले लड़के वीरेंद्र की मां का कहना है कि मेरे बेटे ने मुझे रात 12 बजे उदयपुर जाने का कहा था। ऐसे में वह तीनों चित्तौड़गढ़ क्यों गए ये पता नहीं। फिलहाल पुलिस इन तीनों के रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है। उधर ट्रॉले का ड्राइवर फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने उसके ट्रॉले को जब्त कर लिया है।
इस पूरे मामले से हम सभी को एक सिख लेनी चाहिए। सबसे पहले तो एक बाइक पर कभी भी 3 लोगों को नहीं बैठना चाहिए। दूसरा हमेशा सिर पर हेलमेट लगाना चाहिए। फिर आप गाड़ी चला रहे हो या पीछे बैठे हो। तीसरा गाड़ी स्पीड में अंधाधुन तरीके से न भगाए। चौथा रात में बाइक से सफर करने से बचे। पाँचवा दूर का सफर हो तो बड़े वहां जैसे बस, ट्रेन का सहारा लें।