अमेरिका में तोड़ी गई पार्क में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा, भारत ने दर्ज करवाया विरोध
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में महात्मा गांधी की मूर्ति को बुरी तरह से तोड़ा गया है। ये मूर्ति एक पार्क में लगाई गई थी। खबर के अनुसार कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। इस घटना पर भारत ने अपना विरोध दर्ज करवाया है और दोषियों को पड़ने की मांग की है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास ने इस मामले को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया और जांच की मांग की है। इस मामले की जांच हेट क्राइम के केस की तरह की जाए, ये भी कहा गया है।
ये मूर्ति 6 फीट लंबी और करीब 294 किलो वजनी थी। जो कि कांसे से बनी हुई थी। इस प्रतिमा को नॉर्दर्न कैलिफोर्निया में डेविस शहर के सेंट्रल पार्क में लगाया गया था। स्थानीय अखबार डेविस एंटरप्राइज के मुताबिक, गांधी की इस प्रतिमा को टखनों से काटा गया था और आधा चेहरे को गायब कर दिया गया था। इस मामले में अमेरिका की पुलिस अपनी जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि इस घटना की जानकारी उन्हें 27 जनवरी को मिली थी।
On 28 Jan’21, Mahatma Gandhi statue at Central Park in City of Davis, California was vandalised by unknown persons. Statue was a gift by Govt of India in ’16. The Govt strongly condemns this malicious & despicable act against a universally respected icon of peace & justice: MEA pic.twitter.com/vEy0I33gpV
— ANI (@ANI) January 30, 2021
पुलिस के मुताबिक, गांधी की टूटी प्रतिमा को पार्क के एक कर्मचारी ने सबसे पहले देखा था। इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई। डेविस सिटी के काउंसिलमैन लुकस फ्रेरिक्स ने बताया कि गांधी की प्रतिमा को फिलहाल हटा कर सुरक्षित जगह पर रखा गया है और जांच की जा रही है। हालांकि अभी तक ये नहीं पता चल सका है कि वास्तव में प्रतिमा को कब तोड़ा गया और इसके पीछे क्या कारण था।
डेविस पुलिस ने कहा कि हम इस मामले को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। आपको बता दें कि गांधी की ये प्रतिमा भारत सरकार की तरफ से डेविस शहर को दी गई थी। ये प्रतिमा चार साल पहले यहां लगाई गई थी। ये पहला ऐसा मौका नहीं है जब महात्मा गांधी की मूर्ति को इस देश में तोड़ा गया हो। इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां पर महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया था। उस दौरान भी भारत सरकार ने अपना विरोध दर्ज करवाया था।