संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भारत की तारीफ़, कहा – भारत कोरोना खत्म करने में बड़ी भूमिका निभाएगा
कोरोना वायरस एक साल से ज्यादा समय बिताने के बाद भी अपना प्रकोप जारी रखे हुए है. इस दौरान कई देशों ने कोरोना की वैक्सीन भी इज़ात कर ली है. इन सब देशों में अगर किसी देश का नाम सबसे आगे है, तो वह है भारत का नाम. भारत ने न सिर्फ स्वदेशी वैक्सीन बनाई, बल्कि बड़े स्तर पर इसका उत्पादन भी किया है. भारत पर वैक्सीन उत्पादन के लिए बड़े बड़े देश भी निर्भर है. वहीं भारत उन देशों की भी उम्मीद बनकर उभरा है जिनके पास न वैक्सीन बनाने की क्षमता थी न ही उसे डेवलप करने की. भारत ने एशिया और एशिया के बाहर भी कई देशों को वैक्सीन देंने का वादा किया है.
अब इसी के चलते भारत के वैक्सीन में अहम् योगदान के कारण संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने वैक्सीन उत्पादन क्षमता के बारे में बात करते हुए, भारत की काफी तारीफ़ की है. गुतारेस ने भारत का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की वैक्सीन उत्पादन क्षमता दुनिया में सबसे अच्छी है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि दुनिया समझेगी कि इसका सही तरह से उपयोग होना चाहिए.
I think that the (vaccine) production capacity of India is the best asset that the world has today. I hope the world understands that it must be fully used: UN Secretary-General Antonio Guterres pic.twitter.com/2mpnce1KM5
— ANI (@ANI) January 28, 2021
उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है कि भारत का टीकाकरण में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा. भारत में बहुत बड़े पैमाने पर स्वदेश में बनी हुई वैक्सीन का उत्पादन होता है. दुनिया में इस वक़्त भारत के पास सभी तरह के साधन मौजूद हैं और दुनिया के टीकाकरण में भारत की भूमिका बेहद अहम होने वाली है. भारत वैश्विक टीकाकरण अभियान प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
गौरतलब है कि भारत में भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीन का उत्पादन किया है. भारत में कोरोना की वैक्सीन लगना शुरू हो चुका है. भारत ने दूसरे देशों को भी वैक्सीन भेजना शुरू कर दिया है. इसी मामले मे विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि 20 जनवरी से हम अपने पड़ोसी देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन की 55 लाख से अधिक खुराकें भेज चुके हैं.
विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक अनुरोध के आधार पर भूटान को 1.5 लाख वैक्सीन, मालदीव, मारीशस और बहरीन को एक लाख, नेपाल को 10 लाख वैक्सीन, बांग्लादेश को 20 लाख वैक्सीन की खुराक, म्यांमार को 15 लाख वैक्सीन की खेप, सेशेल्स को 50 हजार और श्रीलंका को पांच लाख वैक्सीन भेजी जा चुकी हैं. इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने आगे जानकारी दी कि, हम अगले कुछ दिनों में वैक्सीन की एक लाख खुराकें ओमान को , CARICOM देशों को पांच लाख और निकारागुआ व प्रशांत द्वीपीय देशों को तक़रीबन दो-दो लाख कोरोना की वैक्सीन देने की योजना पर काम कर रहे है. इसके साथ ही मोरक्को, बांग्लादेश और ब्राजील को व्यावसायिक निर्यात किया जा चुका है. वहीं दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, सऊदी अरब, मंगोलिया और अन्य देशों को भी भारत से वैक्सीन दी जाएगी.
बता दें कि भारत के अलावा ब्रिटेन और अमेरिका, रूस ,चीन ने भी वैक्सीन बना ली है. मगर दुनिया में सबसे सस्ती वैक्सीन भारत के पास ही है. वहीं दूसरी वैक्सीन का रख रखाव भी काफी महंगा है. इसलिए दुनिया की निगाहे भारत की और बनी हुई है.