महिला दारोगा आत्महत्या केस में भाई ने किया चौंकाने वाला खुलासा, कहा- यौन शोषण से तंग थी बहन
बुलंदशहर जिले के अनूपशहर कोतवाली में तैनात एक महिला एसआई ने कुछ दिनों पहले आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या करने से पहले महिला एसआई ने एक नोट भी छोड़ा था। जिसपर लिखा था कि ये मेरी करनी का फल है। इस केस की छानबीन पुलिस कर रही है और शामली जनपद के गांव भैंसवाल निवासी 32 वर्षीय आरजू पवार की आत्महत्या के कारण का पता लगाने में लगी हुई है। इसी बीच अब मृतका के भाई ने पीटीसी मुरादाबाद के पीटीआई पर यौन शोषण का आरोप लगाया है और केस दर्ज कराया है।
आरजू के भाई ने एसएसपी को संबोधित शिकायती पत्र में बताया कि अनूपशहर कोतवाली में उसकी बहन एसआई के पद पर तैनात थी। वो 29 दिसंबर को छुट्टी पर घर आई थी। तब उसने बताया था कि पीटीसी मुरादाबाद में कार्यरत पीटीआई उमेश शर्मा से उसका गुरु-शिष्य का रिश्ता था। एक बार उमेश शर्मा बुलंदशहर आया था। यहां उसने आरजू को मिलने के लिए बुलाया और उसकी चाय में नशे की गोलियां मिला दी। आरजू के बेहोश होने के बाद उमेश ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इसका वीडियो बना ली। आरजू के भाई का आरोप है कि वो वीडियो दिखाकर लगातार अपनी बहन का यौन शोषण कर रहा था।
इसी बीच आरजू की शादी तय हो गई थी। उमेश नहीं चाहता था कि आरजू की शादी हो। इसलिए वो उसे रिश्ता न करने का दबाव डाल रहा था और वीडियो वायरल करने की धमकी दे रहा था। इसी बात से वो मानसिक रूप से परेशान रहती थी। तनाव के चलते आरजू ने एक जनवरी की शाम अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आरजू के भाई के अनुसार घटना के बाद से उसकी मां सदमे में है और गंभीर रूप से बीमार हो गई। इसी वजह से इन्हें रिपोर्ट दर्ज करवाने में समय लगा है। महिला एसआई के भाई ने आरोपी उमेश शर्मा के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है और पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि आरजू अपने परिवार से दूर बुलंदशहर जिले के अनूपशहर में एक किराए के मकान में रहती थी। आरजू ने आत्महत्या करने से पहले अपने मकान मालिक से बात की थी और उन्हें कहा था कि वो कुछ देर में खाना खाने आ रही है। लेकिन वक्त गुजराने के बाद भी वो खाना खाने नहीं आई। वहीं लगातार आरजू का फोन बजने पर मकान मालिक को शक हुआ और उन्होंने आरजू का कमरा खटखाया, लेकिन आरजू ने कमरा नहीं खोला। जिसके बाद मकान मालिक ने पुलिस को इस बात की सूचना दी और जब पुलिस ने आकर दरवाजा खोला तो आरजू फांसी के फंदे पर लटकी हुई नजर आई।